लू का प्रकोप : बलिया में येलो अलर्ट जारी, जानिए बचाव का तरीका
Ballia News : मौसम विज्ञान विभाग द्वारा बलिया में 18 जून 2023 तक लू चलने की सम्भावना जताई गयी है। इसको देखते हुए अपर जिलाधिकारी (वि/रा) देवेन्द्र प्रताप सिंह ने जनपद में यलो अलर्ट जारी कर दियाहै। इसमें कहा गया है कि वर्तमान में गर्म हवाएं तीव्रता से चली रही है। लू एवं गर्म हवाओं के दृष्टिगत अतिसंवेदनशील समूहों (जैसे बच्चों, वृद्धों, गर्भवती महिलाओं, दिव्यांगों एवं श्रमिकों) को विशेष रूप से लू से बचाव सम्बन्धी उपायों अथवा लू की स्थिति में क्या करें, क्या न करें के सम्बन्ध में जागरूक करने की अपेक्षा की गयी है।
जनपद में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला चिकित्सालयों में ओआरएस घोल, आवश्यक दवाएं, रोगियों के समुचित उपचार एवं कूल रूम की व्यवस्था करने को आवश्यक बताया गया है। साथ ही इसके व्यापक प्रचार-प्रसार कराने के साथ-साथ जनपद में विद्यमान समस्त चिकित्सा केन्द्रों में लू से पीड़ितों के उपचार की समस्त आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
हीट वेब/लू की स्थिती शरीर की कार्य प्रणाली पर प्रभाव डालती है जिससे मृत्यु भी हो सकती है। इसके प्रभाव को कम करने के लिए निम्न तथ्यों पर ध्यान देना चाहिए...
क्या करें
1. प्रचार माध्यमो पर हीट वेव / लू की चेतावनी पर ध्यान दें।
2. अधिक से अधिक पानी पीयें यदि प्यास न लगी हो तब भी।
3. हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले हल्के वस्त्र पहनें। 4. धूप के चश्मे, छाता, टोपी, व चप्पल का प्रयोग करें।
5. अगर आप खुले में कार्य करते है तो सिर, चेहरा, हाथ पैरों को गीले कपड़े से ढके रहें तथा छाते का प्रयोग करें।
6 यात्रा करते समय पीने का पानी अपने साथ ले जाएं।
7. औ०आर०एस०. घर में बने हुये पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नीबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें, जिससे शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके।
8. हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सरदर्द, उबकाई, पसीना आना, मर्छा आदि को पहचानें।
9. यदि मूर्छा या बीमारी अनुभव करते है तो तुरन्त चिकित्सीय सलाह लें।
10. जानवरों को छायादार स्थानों पर रखें तथा उन्हें पर्याप्त पानी पीने को दें।
11. अपने घरों को ठण्डा रखें, पर्दे दरवाजे आदि का उपयोग करे तथा शाम / रात के समय घर तथा कमरों को ठण्डा करने हेतु इसे खोल दें।
12. पंखे, गीले कपड़ो का उपयोग करें तथा बारम्बार स्नान करें।
13. कार्य स्थल पर ठण्डे पीने का पानी रखें / उपलब्ध करायें।
14. कर्मियों को सीधी सूर्य की रोशनी से बचने हेतु सावधान करे।
15. श्रमसाध्य कार्यों को ठण्डे समय में करने / कराने का प्रयास करें।
16. घर से बाहर होने की स्थिति में आराम करने की समयावधि तथा आवृत्ति 17. गर्भस्थ महिला कर्मियों तथा रोग ग्रस्त कर्मियों पर अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए।
क्या न करे.-
1. बच्चों तथा पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियों में न छोड़े।
2. दोपहर 12 से 03 बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें।
3. गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें।
4. जब बाहर का तापमान अधिक हो तब श्रमसाध्य कार्य न करें।
5. अधिक गर्मी वाले समय में खाना बनाने से बचें, रसोई वाले स्थान को ठण्डा करने के लिये दरवाजे तथा खिड़कियाँ खोल दे
6. शराव, चाय, काफी, कार्बोनेटेड साफ्ट ड्रिंक आदि के उपयोग करने से बचें, क्योंकि यह शरीर में निर्जलीकरण करता है।
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