बलिया : ऑनलाइन हाजिरी काला कानून, स्वीकार नहीं करेगा विशिष्ट BTC शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन
Ballia News : विशिष्ट बी.टी.सी.शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के आह्वान पर दूसरे दिन भी जनपद के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर डिजिटलाइजेशन जैसे काले कानून का विरोध कर अपनी आवाज बुलंद किया।
जिलाध्यक्ष डॉ. घनश्याम चौबे ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि शासन में बैठे उच्च अधिकारी अनावश्यक साफ्टवेयर और मोबाइल एप द्वारा विभाग को संचालित कराना चाह रहे हैं और पूरे दिन मोबाइल-फोन में व्यस्त रख कर निपुण लक्ष्य सम्प्राप्ति का दिवा स्वप्न देख रहे हैं।बेसिक शिक्षा को प्रयोगशाला बना दिया गया है, इससे सबसे बड़ा नुकसान बच्चों की शिक्षा पर है।डिजिटलाइजेशन जैसे काला कानून का इसके वापसी तक संघर्ष जारी रहेगा।
राघवेन्द्र प्रताप राही ब्लॉक अध्यक्ष नगरा ने कहा किबेसिक शिक्षा के सुदृढ़ीकरण का लक्ष्य एप-मोबाइल के प्रयोग द्वारा नही वरन विद्यालयों के इंफ्रास्ट्रक्चर यथा फर्नीचर,कंप्यूटर, लैब व स्मार्ट क्लास की सुविधाओं से लैस कर किया जा सकता है। इस काले कानून का वापस होने तक हम सभी शिक्षक संगठित होकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। अवधेश सिंह अध्यक्ष पंदह ने कहा कि सभी शिक्षक अपनी चट्टानी एकता बनाते हुए तुगलकी फरमान के विरोध में मुखर हैं। प्रान्तीय नेतृत्व के निर्देश के क्रम में हम संगठित होकर 14 जुलाई तक काली पट्टी बांध कर हम अपना विरोध दर्ज कराएंगे। तद्पश्चात 15 जुलाई को जिला केंद्र पर उपस्थित होकर मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा।
परशुराम यादव ब्लॉक अध्यक्ष सीयर ने कहा कि जब-जब शिक्षक समुदाय अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलित हुआ है, जीत दर्ज कराने का काम किया है। एसोसिएशन के बैनर तले हम पूरे दमखम के साथ इस काले कानून का विरोध करेंगे। शिक्षक और शिक्षा हित में हम निर्णायक संघर्ष के लिए संकल्पित हैं।
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