बलिया के लाल जयप्रकाश तिवारी बने इलाहाबाद हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति



बलिया : बलिया के लाल जयप्रकाश तिवारी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट (Allahabad Highcourt) में शनिवार को न्यायमूर्ति पद की शपथ लेकर जिले का सम्मान बढ़ाया है। इसकी सूचना मिलते ही जिले में खुशी का माहौल है। उनके परिवार, रिश्तेदारों और मित्रों के बीच बधाई और शुभकामनाएं दी जा रही हैं।
महर्षि भृगु की तपोस्थली, क्रांतिकारी धरा, नामचीन विद्वानों और संतों की पुण्य भूमि बागी बलिया के इतिहास में आज का दिन स्वर्णिम अक्षरों में एक और नाम का इजाफा किया, जब सुरेमनपुर (धर्मबाग) के मूल निवासी न्यायमूर्ति जयप्रकाश तिवारी ने शनिवार को एशिया के सबसे बड़े उच्च न्यायालय इलाहाबाद में न्यायमूर्ति पद पर शपथ ग्रहण किया। पंडित राम प्रवेश तिवारी के सुपुत्र तथा सूर्यभान तिवारी के अनुज न्यायमूर्ति जयप्रकाश तिवारी ने एलएलएम तक की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरा करने के बाद उच्चतर न्यायिक सेवा में वर्ष 2008 में चयनित होकर विभिन्न जनपदों में जनपद न्यायाधीश के रूप में पदासीन रहे।
बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी के जिला न्यायाधीश के रूप में सेवा करते हुए जयप्रकाश तिवारी ने शनिवार को उच्च न्यायालय इलाहाबाद में न्यायमूर्ति पद पर शपथ ग्रहण किया। उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति पद पर पदासीन होने से पूरे जिले में खुशी और उत्साह का माहौल बना हुआ है । उनके बन्धु बांधवों, रिश्तेदारों एवं मित्रों के घर परिवार में उत्सव मनाया जा रहा है। एक दूसरे को बधाइयां शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए मिठाइयां बांटी जा रही है।
उक्त आशय की जानकारी न्यायमूर्ति जय प्रकाश तिवारी के मौसेरे भाई डॉ ब्रजेश चतुर्वेदी एडवोकेट उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने दी।डॉ ब्रजेश चतुर्वेदी ने बताया कि न्यायमूर्ति जयप्रकाश तिवारी सुपौत्र स्व. पंडित रघुनंदन तिवारी, नाना स्व. पंडित रामाज्ञा दुबे निवासी बहुआरा बिगहीं एवं माता स्व. बनारसी तिवारी और पिता पंडित राम प्रवेश तिवारी, बड़े भाई सूर्यभान तिवारी का आशीर्वाद रहा कि आज न्यायमूर्ति पद पाएं हैं,यह न्यायमूर्ति जी का कहना रहा। डॉ ब्रजेश चतुर्वेदी ने अपनी तरफ से सभी शुभचिंतकों जनपद वासियों को धन्यवाद व आभार व्यक्त किया।
नरेन्द्र मिश्र

Comments