बलिया में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही : शट डाउन के बावजूद आपूर्ति बहाल होने से संविदाकर्मी की मौत
सिकन्दरपुर, बलिया। सिकन्दरपुर थाना क्षेत्र के चेतन किशोर में गुरुवार की सुबह विद्युत ट्रांसफार्मर का फॉल्ट ठीक करते समय करेंट की जद में आने से संविदाकर्मी की मौत हो गई। यह देख मौके पर मौजूद लोगों में खलबली मच गई। उधर घटना की जानकारी होते ही घटना स्थल पर ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया।
सिवानकलां निवासी योगेश राम (32) पुत्र सुग्रीव राम सिकंदरपुर विद्युत उपकेंद्र पर बतौर संविदाकर्मी लाईन मैन के रूप में कार्यरत था। पूर्व सूचना के आधार पर योगेश चेतन किशोर स्थित सुबाष राय के ट्यूबेल पर खराब पड़े 25 केवीए के ट्रांसफार्मर का फाल्ट ठीक करने पहुंचा। पोल पर चढ़ने से पहले उसने उपकेंद्र पर तैनात कर्मचारी को इसकी जानकारी दी और आपूर्ति बंद करा दिया।
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योगेश अभी ट्रांसफार्मर ठीक ही कर रहा था, तभी किसी ने उपकेंद्र से आपूर्ति बहाल कर दी। इससे वह करेंट की जद में आकर बुरी तरह झुलस कर नीचे गिर गया। यह देख वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। लोगों की आवाज सुन मौके पर सैकड़ो लोग पहुंच गए। लोगबाग योगेश को हॉस्पिटल ले जाने की व्यवस्था ही कर रहे थे, लेकिन उसने दम तोड दिया।
वहीं सूचना पर थानाध्यक्ष दिनेश पाठक मय फोर्स मौके पर पहुंच गए और शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया तो परिवारीजन और ग्रामीणों ने शव ले जाने से मना कर दिया। सभी लोग उचित मुआवजा की मांग करने लगे। इसी बीच सूचना पर क्षेत्रीय विधायक मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी भी पहुंच गए और घटना से जिलाधिकारी को अवगत कराया।
डीएम के निर्देश पर एसडीएम सिकंदरपुर अरुण कुमार मिश्र ने मृतक की पत्नी अमृता को पांच लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की। उधर अधिशासी अभियंता एके सिंह ने शट डाउन के बाद आपूर्ति बहाली को गंभीरता से लेते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
परिवार का कमाऊ सदस्य था योगेश
योगेश पिछले सात साल से उपकेंद्र सिकंदरपुर पर संविदा कर्मी के रूप में काम कर रहा था। दो भाइयों में बड़ा योगेश ही परिवार की लाइफ लाइन था। घटना की सूचना मिलते ही मां लालसा देवी और पत्नी अमृता बेसुध हैं। उनका रोते रोते हाल बेहाल है। जबकि मृतक के दो छोटे बच्चे घरवालों को रोते देख रोने लग रहे थे। यह देख मौके पर मौजूद लोगों की आखें भीग जा रही थीं।
अजीत कुमार पाठक
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