बलिया में बड़ा खेल : पांच करोड़ खर्च के बाद भी 53 गांवों की गलियों में अंधेरा



शिवदयाल पांडेय मनन
बैरिया, बलिया : मुरली छपरा और बैरिया विकास खण्डों के 53 गांवों की गलियों को रोशन करने के लिए लगभग 5 करोड रुपए खर्च किये गये। बावजूद इसके गांव की गलियों में अंधेरा कायम है। स्ट्रीट लाइट गांव में लगाए गए थे, जो कुछ ही महीने में खराब हो गए। क्योंकि स्ट्रीट लाइट लगाने में मानक की अनदेखी का आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं। बेकार हो चुकी लाइटों की ना तो मरम्मत हो रही है नहीं शिकायत के बावजूद अधिकारी उस पर ध्यान दे रहे हैं। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा व्याप्त होने लगी है।
बता दे कि मुरली छपरा विकासखंड के कोड़रहा नौबरार, इब्राहिमाबाद ऊपरवार, इब्राहिमाबाद नौबरार, शिवपुर उर्फ करण छपरा, रामपुर, कोड़हरा ऊपरवार, सोनकी भाट, श्रीपतपुर, मुरली छपरा, दलन छपरा, रामपुर, वाजिदपुर, सोनबरसा, मुरार पट्टी, दलकी, भोजपुर, लक्ष्मीपुर सहित अधिकांश गांव में स्ट्रीट लाइट पिछले दो वर्ष पूर्व लगा दिए गए थे, किंतु आज मौके पर आपको एक भी लाइट सही स्थिति में नहीं मिलेगी। कुछ गांवो में तो स्ट्रीट लाइट खंबे पर मिलेगी ही नहीं, क्योंकि मानक के विपरीत इनकी खरीदारी लोकल कंपनियों से किया गया था। ब्रांडेड कंपनी के बिल वाउचर लगाए गए थे, जिससे वह तुरंत खराब हो गए। खराब पड़े स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने के लिए ग्रामीणों ने कई बार ग्राम प्रधानों व ग्राम विकास अधिकारियों से आग्रह किया, किंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई।इसी क्रम में बैरिया विकासखंड के कुल 30 ग्राम पंचायत जिसमें टेगरही, चांदपुर, जगदेवा, नौका गांव, चकिया, दलपतपुर, गोन्हिया छपरा,मधुबनी, कोटवा, विसुनपुरा, चाई छपरा, बैजनाथ छपरा, गंगापुर, बैजनाथपुर, छपरा सारिब, नौका गांव, हनुमानगंज, नौरंगा, दया छपरा, गोपालपुर, बलिहार, श्रीनगर सहित अधिकांश गांवो में स्ट्रीट लाइट खराब हो जाने के कारण अंधेरा कायम है।पूछने पर किसी भी स्तर से संतोषजनक जवाब नहीं मिल पा रहा है कि आखिर दोनो ब्लाको की ग्राम पंचायतो में पांच करोड़ रूपया खर्च होने के बावजूद अंधेरा क्यों कायम है ? स्ट्रीट लाइटें खराब हो जाने के कारण ग्रामीणों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। संज्ञान में आया है। दिखवा रहा हूं। खराब हुई स्ट्रीट लाइटों को तत्काल ठीक करने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।
शैलेश कृष्ण मुरारी
खंड विकास अधिकारी बैरिया

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