बिहार चुनाव से पहले भोजपुरी स्टार पवन सिंह को मिली Y+ सुरक्षा



पटना : बिहार चुनाव की सरगर्मी के बीच भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक ये सुरक्षा केंद्र सरकार के स्तर पर मंजूर की गई है। अब पवन सिंह के साथ हमेशा सशस्त्र कमांडो तैनात रहेंगे। ये फैसला उनकी सुरक्षा को लेकर मिली रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है। पवन सिंह कभी अपनी फिल्मों और गानों को लेकर, तो कभी राजनीतिक चर्चाओं के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं।
पवन सिंह को Y कैटेगरी की सुरक्षा मिलना खास माना जा रहा है। माना जा रहा है कि यह कदम चुनावी दौर में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। सूत्रों के मुताबिक, पवन सिंह की सुरक्षा में अब कम से कम 11 सशस्त्र कमांडो तैनात रहेंगे, जो उनके आने-जाने और सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे।
बता दें कि भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) में लौट आए हैं। उनकी वापसी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं रही। पिछले हफ्ते दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और उपेंद्र कुशवाहा ने खुद उन्हें पार्टी में दोबारा शामिल कराया। ये वापसी बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुई है। इसलिए इसे राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी पवन सिंह को आरा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतार सकती है। पवन सिंह जल्द ही वहां का दौरा भी करेंगे। पार्टी को उम्मीद है कि उनकी एंट्री से शाहाबाद क्षेत्र (भोजपुर, बक्सर, कैमूर और रोहतास) की 22 सीटों पर असर पड़ेगा। पवन सिंह का संबंध भोजपुर के बरहरा से है। इस इलाके में राजपूत और लव-कुश (कुर्मी-कोइरी) वोटरों की संख्या ज्यादा है। बीजेपी मान रही है कि पवन सिंह और कुशवाहा की जोड़ी इस क्षेत्र में पार्टी को मजबूती देगी।
नए समीकरण
बता दें कि 2024 लोकसभा चुनाव में जब बीजेपी ने पवन सिंह का टिकट वापस ले लिया था, तो उन्होंने करकट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में उन्होंने कुशवाहा को पीछे छोड़ दिया था। अब दोनों के गले मिलने की तस्वीरें बीजेपी के नए समीकरणों की झलक दे रही हैं।
क्या होती है Y+ सुरक्षा और किसे मिलती है?
वाई प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी एक वीआईपी सुरक्षा कवच है. इसमें 11 सुरक्षाकर्मी शामिल रहते हैं। इनमें 2 से 4 कमांडो, पुलिस कर्मी और 2 निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) शामिल रहते हैं। उन लोगों को ये सुरक्षा दी जाती है, जिनके जान को खतरा बहुत ज्यादा होता है। यह सुरक्षा वाई श्रेणी से ऊपर और जेड श्रेणी से नीचे मानी जाती है। इसमें CRPF, CISF के कमांडो शामिल होते हैं।

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