ददरी मेला को लेकर ध्रुवजी सिंह स्मृति सेवा संस्थान ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
बलिया। ऋषि परंपरा के पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं व्यवसायिक विरासत ददरी मेला को इस वर्ष भी भृगुक्षेत्र बलिया में आयोजित करने के लिये ध्रुवजी सिंह स्मृति सेवा संस्थान पूर-बलिया के सचिव भानु प्रकाश सिंह बबलु के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन के जरिये मांग किया गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नियमों का अनुपालन करते हुए श्री अयोध्या जी में देव-दीपावली पर्व का महोत्सव एवं प्रयागराज के माघ मेला की तैयारियां शुरू की जा चुकी हैं। ऐसी स्थिति में कोविड-19 के नियमों का अनुपालन करते हुए हजारों वर्षो की परंपरा को अक्षुण्ण रखने के लिये पौराणिक ददरी मेला का आयोजन भी कराया जाना उचित होगा।
ददरी मेला का मासपर्यंत चलने वाला कार्तिक कल्पवास, स्नान, संत महात्माओं, गृहस्थों द्वारा कोविड से सुरक्षा के उपायों का पालन करते हुए भृगु-दर्दर क्षेत्र बलिया जिले में शरद पूर्णिमा से गंगा तटों पर प्रारम्भ हो चुका है। वहीं, भृगुक्षेत्र की पांच दिवसीय पंचकोसी परिक्रमा यात्रा भी दीपावली के दूसरे दिन से भृगु मन्दिर से निकलेगी। कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान पर्व पर भी संगम तट पर होगा।ऐसी स्थिति में इस वर्ष ददरी मेला लगाने के साथ ही मेले के लिये स्थायी रूप से भूमि अधिग्रहण व राजकीय मेले का दर्जा देने, मीना बाजार का नाम बदलने व पूर्व के वर्षो की भांति ददरी मेला में होने वाले समस्त आयोजनों को कोविड गाइड लाइन के तहत आयोजित करने की मांग भी मुख्यमंत्री से की गयी है। प्रतिनिधि मंडल में अमित सिंह बघेल, युवा समाजसेवी सागर सिंह राहुल, पूर्व छात्रसंघ महामंत्री अम्बरीष ओझा मोहित, छोटे भाई चंद्रप्रकाश सिंह कर्फ्यू, धर्मवीर शाहजी, राकेश सिंह रिंकू, अभिषेक सिंह टिंकू, अधिवक्ता आशीष रंजन सिंह, पवन यादव, आलोक सिंह, कृष्णा पटेल, राहुल पटेल, राम यादव, सनत कुमार सहित दर्जनों लोग शामिल थे।
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