बलिया : हाकिम मैं जिन्दा हूं, वह शव मेरा नहीं था ; फिर...

बलिया : हाकिम मैं जिन्दा हूं, वह शव मेरा नहीं था ; फिर...


बैरिया, बलिया। हाकिम मैं जिन्दा हूं। मैं मरा नहीं हूं। यह वाकया है बैरिया थाने की। पुलिस ने जिसे मृत बताकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा, वह व्यक्ति जिंदा निकला। मृत व्यक्ति बगल के गांव का था, जिसकी पहचान पीएम हाउस जाकर परिजनों ने किया।
गौरतलब है कि रविवार को देवकीछपरा गांव के सामने भागड़ नाला में एक अधेड़ का शव पानी में उतराया मिला था। मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक ओमप्रकाश यादव ने मनसा राम उर्फ जयपाल (निवासी बाला घाट मध्यप्रदेश) के रूप में पहचान कर शव पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। समाचार पत्रों में खबर छपने पर मृत घोषित व्यक्ति घबरा गया और स्वर्णकार समाज के लोगों के साथ थाने पहुंच गया। कहने लगा कि साहब मैं जिंदा हूं। उसके बाद मृतक की पहचान निकट के गांव बिन्द टोला के सुभाष बिन्द (42) पुत्र स्व. श्रीराम बिन्द के रूप में हुई, जो तीन-चार दिनों से घर से गायब था। मृतक का 15 वर्षीय पुत्र गुड्डू बिन्द, पत्नी विजयन्ती देवी परिजनों के साथ शव की शिनाख्त के लिए पोस्टमार्टम हाउस पहुंची, जहां उसकी पहचान सुभाष बिन्द के रूप में की गई। इस संदर्भ में एसएचओ बैरिया शिवशंकर सिंह ने बताया कि हमारे उपनिरीक्षक को लोगों ने उसका नाम मनसा राम बता दिया था। इस वजह से ऐसा हो गया। उसका पोस्टमार्टम मैं रुकवा दिया था। उसके परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए है। उनकी मौजूदगी में पोस्टमार्टम होगा। रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शिवदयाल पांडेय 'मनन'

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