कांटेक्ट ट्रेसिंग और डोर-टू-डोर सर्वे पर रहे विशेष ध्यान : मुख्यमंत्री
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बलिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने रविवार को बलिया में आजमगढ़ मण्डल में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने तीनों जनपद के प्रशासनिक अधिकारियों व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग और डोर-टू-डोर सर्वे पर विशेष जोर दें। समीक्षा के दौरान तीनों जनपद में मिली कमियों को दूर कराने के लिए संचारी रोग के निदेशक डाॅ राजेन्द्र कपूर को निर्देश दिया कि 48 घंटे के अन्दर ये सारी कमियां दूर कराएं। तीनों जनपद में मिले मरीजों के हिसाब से जो कांटेक्ट ट्रेसिंग हुई है, वह पर्याप्त नहीं है। यह भी ध्यान रहे कांटेक्ट ट्रेसिंग में नाम, पता व मोबाइल नम्बर सही हो। हर एक पाॅजिटिव मरीज को चिन्हित कर आइसोलेट कर लेना है। उनको फैसिलिटी सेंटर में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।
बलिया में एल-2 अस्पताल में सिर्फ 10 बेड होने की जानकारी देने पर कहा कि यहां बेड की संख्या बढ़ाई जाए और यह सुनिश्चित कराया जाए कि हर बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा हो। इसी प्रकार एल-1 फैसिलिटी सेंटर के भी 50 फीसदी बेड पर आक्सीजन की सुविधा हो। मऊ जनपद में एल-2 अस्पताल की सुविधा अब तक नहीं होने पर नाराजगी जताई और शीघ्र तैयार कर लेने के निर्देश दिए। सवाल किया कि चार महीने बाद भी वेंटिलेकर को सक्रिय करने से लेकर एल-2 फैसिलिटी की तैयारी क्यों नहीं हो पाई। तीनों जनपद के सीएमओ को निर्देश दिए कि सभी एडिशनल सीएमओ एवं डिप्टी सीएमओ के कार्य का निर्धारण कर उनको जिम्मेदारी दी जाए।
मुख्यमंत्री ने तीनों जनपद के सीएमओ से एम्बुलेंस की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोविड और नाॅन कोविड एम्बुलेंस अलग-अलग होनी चाहिए। कुल एम्बुलेंस में से पचास फीसदी एम्बुलेंस का उपयोग कोविड-19 से जुड़े सर्विलांस कार्य में करें। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में किसी भी एम्बुलेंस चालक या सहयोगी का भुगतान लम्बित नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा कहीं मिलता है तो आउटसोर्सिंग एजेंसी या सम्बन्धित जिम्मेदार पर मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराएं। समीक्षा के दौरान तीनों जिले में स्थापित इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेंटर के कार्य में सुधार लाने की आवश्यकता जताई। इन सेंटरों पर लैण्डलाईन फोन स्थापित करने के निर्देश दिए। कहा कि इस सेंटर में प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य व अन्य आवश्यक विभाग के लोग रहें। ध्यान रहे कि मोबाइल फोन की जगह लैण्डलाईन फोन का ही इस्तेमाल किया जाए। उन्होंने सर्विलांस की प्रक्रिया और डाटा फीडिंग के कार्य को और बेहतर ढ़ंग से करने के निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देश दिया कि प्रतिदिन शाम को जिलाधिकारी व सीएमओ बैठकर समीक्षा करते रहें। वहीं, मण्डलायुक्त व डीआईजी को निर्देश दिए कि प्रतिदिन किसी न किसी जनपद में भ्रमण कर हर गतिविधि पर नजर रखें। प्रवर्तन कार्य में तेजी लाएं। मास्क नहीं पहनने पर चालान व जुर्माना काटने की कार्यवाही लगातार जारी रहे। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि हर एल-1 अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगवाकर अपने मोबाइल से कनेक्ट कर लें और हमेशा वहां की सुविधाओं पर नजर बनाए रखें। उन्होंने कहा कि कोरोना के मृत्यु के बाद शव के निस्तारण में भी अनावश्यक देरी नहीं हो। समीक्षा बैठक के बाद राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल की पहल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अचानक जिला अस्पताल की ओर चल दिए। अचानक हुए इस निरीक्षण से खलबली मच गयी।
बाढ़ प्रभावित गांवों में खाद्यान्न वितरण चारे की उपलब्धता पर दें ध्यान
कोविड-19 की तैयारी सम्बन्धी बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले में बाढ़ की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में पानी आ गया है, वहां खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित कराया जाए। प्रशासनिक अधिकारी यह देख लें कि गांव में पर्याप्त चारे की उपलब्धता हो। इसके लिए पशुपालन विभाग को सख्ती से निर्देशित करें। मेडिकल टीम भी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भ्रमण करती रहे। बैठक में मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत, डीआईजी सुभाषचन्द दूबे, जिलाधिकारी बलिया एसपी शाही, डीएम मऊ ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक बलिया देवेंद्र नाथ, सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, निदेशक संचारी रोग डॉ राजेंद्र कपूर, सीएमओ डॉ जितेंद्र पाल, संयुक्त मजिस्टेट विपिन जैन व अन्नपूर्णा गर्ग, ईडीएम अभिजात सिंह आदि मौजूद थे।
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