आस्था या चमत्कार: माँ के प्रसाद से हो रहा असाध्य रोगों का उपचार

आस्था या चमत्कार: माँ के प्रसाद से हो रहा असाध्य रोगों का उपचार


बलिया । इसे आस्था का खुमार कहें या फिर चमत्कार, लेकिन है तो हकीकत, तभी तो फेफना थाना क्षेत्र के पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर में प्रत्येक शनिवार को प्रसाद के लिए लोगों या यूं कहें कि भक्तों की बेतहाशा भीड़ उमड़ती है। जिनकी मान्यता है कि माँ के प्रसाद से असाध्य रोगों से उन्हें सहजता से मुक्ति मिल जायेगी। 
कहते है कि हाथ कंगन को आरसी क्या, पढ़े-लिखे को फारसी क्या, इसी तर्ज भक्तों की आस्था और विश्वास के ऐसे दसियों प्रमाण भी मौजूद है, जिन पर भले ही सहसा विश्वास न हो लेकिन यह कटु सत्य है। जिसे मेडिकल साइंस ने असाध्य मानकर उपचार की इति श्री कर ली वैसे बहु संख्यक मरीज महज माँ काली के प्रसाद मात्र से आज स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे है। 

नजीर के तौर पर, फेफना थाना क्षेत्र के वेदवली गांव निवासी बिंदू देवी पत्नी काशीनाथ यादव को ब्लड़ कैंसर हो गया। उपचार के लिए उसने तमाम अस्पतालों व चिकित्सकों का चक्कर लगाया, लेकिन फायदा नहीं हुआ। थकहार कर वह पकड़ी धाम स्थित माँ के दरबार में आयी और प्रसाद के निरंतर सेवन मात्र से आज पूर्णतया स्वस्थ्य है। इससे इतर बिहार प्रांत के बक्सर जनपद के बनारपुर गांव निवासी गोरख मुशहर की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। इसे ब्लड़ कैंसर हुआ तो बीएचयू लगायत तमाम बड़े अस्पताल में उपचार कराया, लेकिन नतीजा सिफर रहा। किसी ने पकड़ी धाम स्थित माँ काली की महिमा बतायी और वहां जाने की नसीहत दी। मां के प्रसाद से वह भी आज पूर्णतया स्वस्थ्य होने का दावा करता है। 

 इससे विचित्र कहानी उस बालक की है जो अभी बाल्यावस्था में है और उसे ब्लड़ कैंसर जैसी असाध्य बीमारी ने जकड़ लिया सिंकन्दरपुर थाना क्षेत्र के पम्पापुर, लीलकर गाँव निवासी विनोद राजभर का पुत्र विवेक जब डाक्टरों के कहने के अनुसार ब्लड़ कैंसर से ग्रसित हुआ तो परिजन उसे लेकर पकड़ी धाम पहुँचे और मां के प्रसाद से वह भी स्वस्थ हो गया। इसके अलावा बिहार प्रांत के बक्सर जनपद अंतर्गत करहंसी गाँव निवासी नागेन्द्र प्रसाद साह के मासूम बेटे ओम जी को जब ब्लड़ कैंसर की जानकारी हुई तो परिजनों ने ओम जी के बचने की उम्मीद छोड़ दी, डॉक्टरों ने भी उन्हें निराश ही किया, लेकिन पकड़ी धाम स्थित माँ के प्रसाद से मासूम ओम जी पूर्णतया स्वस्थ्य हो गया और आज हंसी खुशी अपना जीवन व्यतीत कर रहा है। इसके अलावा बक्सर के सिमरी निवासी नीतू राय का लीवर कैंसर, बलिया के दुर्जनपुर निवासी रीना तिवारी का बच्चे दानी का कैंसर, मऊ जनपद के नौसेमर निवासी अवधेश यादव का पेट का ट्यूमर, बलिया जिला के टेकारी निवासी सत्यनारायण गुप्ता का पेशाब की थैली का ट्यूमर तथा बिहार के बक्सर जनपद के कोचाढ़ी गाँव निवासी विनोद का जोड़ो का दर्द महज माँ के प्रसाद से जाता रहा है। 



By-Ajit Ojha

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