कोरोना फाइटर बने 5 हजार शिक्षक, जानें किस प्वाइंट पर सम्भाल रहे मोर्चा
On
अलवर। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन, पुलिस व डाॅक्टरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अग्रणी पंक्ति में जिले के शिक्षक भी जुटे हुए हैं। इन शिक्षकों ने गांव से लेकर शहर तक कोरोना फाइटर के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
वर्तमान में कुल 2828 विद्यालयों के 20857 कार्मिकों में से 4837 अध्यापक ग्राम पंचायत स्तर पर एवं 300 से अधिक अध्यापक ब्लॉक तथा जिला प्रशासन के संग कोरोना रोकथाम के प्रबंधन में लगे हैं। ग्राम पंचायत में ड्यूटी देने के साथ पंचायत स्तर पर बने कंट्रोल रूम, वैलनेस सेंटर और जिला स्तर पर संचालित कंट्रोल रूम पर आने वाली हर शिकायत का ब्यौरा रखते हुए उसे संबंधित अधिकारी तक भेजने और उसका निस्तारण कराने का जिम्मा शिक्षकों की टीम संभाले है।
जानिए किस मोर्चे पर जुटे हैं शिक्षक
-कंट्रोल रूम में ब्लॉक व जिले की फील्ड से आने वाली समस्याओं का निस्तारण करने में एक टीम लगी हुई है जो 4 शिफ्टों में काम कर रही है। इसमें एक सामान्य पारी भी संचालित हैं। डीईओ माध्यमिक, प्रारंभिक के अलावा सीडीईओ कार्यालय के सहायक निदेशक व अन्य स्टाफ यहां काम कर रहा है।
यह भी पढ़ें : Lockdown बलिया : बूढ़ी दादी की गोद में बरसती रही नादान आंखें, फोन पर रोते रहे मम्मी-पापा
यह भी पढ़ें : Lockdown बलिया : बूढ़ी दादी की गोद में बरसती रही नादान आंखें, फोन पर रोते रहे मम्मी-पापा
-प्रत्येक पंचायत स्तर पर एक-एक कंट्रोल रूम बनाया हुआ है। इसका अध्यक्ष पीईईओ को बनाया हुआ है। क्षेत्र में आने वाले किसी भी नए व्यक्ति की सूचना को सक्षम स्तर पर भिजवाना, सर्वे कार्य करवाना, क्वारेंटाइन में रहने वाले लोगों की देखभाल व अन्य संभावित संक्रमितों का ब्यौरा इस कंट्रोल रूम पर रखा जा रहा है। इसमें 2-2 शिक्षकों को 3 पारियों में लगाया हुआ है। इस कंट्रोल रूम में ग्राम विकास अधिकारी, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आदि काम कर रहे हैं।
-वैलनेस सेंटर पर भी शिक्षक अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। बाहर से आने वाले लोगों को क्वारैंटाइन करने के बाद उसकी जिम्मेदारी शिक्षकों को दी हुई है। किसी भी एक पीईईओ को प्रभारी बनाते हुए उसके निर्देशन में शिक्षकों की टीम काम करती है। क्वारेंटाइन सेंटर पर सभी व्यवस्थाएं देखना इस टीम का काम है।
यहां लगे हुए हैं शिक्षक
कोरोना महामारी से जंग में बहरोड़ में 173, बानसूर में 410, कठूमर में 237, किशनगढ़बास में 587, कोटकासिम में 220, लक्ष्मणगढ़ में 464, मुंडावर में 324, नीमराना में 199, रैणी में 282, राजगढ़ में 70, रामगढ़ में 531, थानागाजी में 578, तिजारा में 332 एवं उमरैण ब्लॉक में 330 शिक्षक लगे हुए हैं।
Tags: अलवर
Related Posts
Post Comments
Latest News
बेसिक शिक्षा मंत्री के हाथों सम्मानित हुए बलिया के शिक्षक सुशील कुमार, खुशी की लहर
14 Dec 2024 22:05:33
Ballia News : उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से उत्कृष्ट योगदान देने वाले 75 प्रधानाध्यापकों के साथ ही...
Comments