अप्रतिम व्यक्तित्व के रूप में हमेशा याद किये जाते रहेंगे सरदार वल्लभ भाई पटेल : डॉ जनार्दन राय




Ballia News : आधुनिक भारत के निर्माताओं में जिन महान विभूतियों का योगदान है, उनमें सरदार वल्लभ भाई पटेल का नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज है। मिली आजादी और देश के विभाजन का दर्द तो उन्हें था ही, सबसे बड़ा कष्ट 562 देशी रियासतों की स्वच्छन्दता का था। निजाम हैदराबाद, जूनागढ़ और काश्मीर के मनमानीपन को दरकिनार करते हुए एक गृह मंत्री की हैसियत से सरदार ने जो निर्णय लिया, काबिलेतारीफ है। पटेल ने यह ऐतिहासिक काम कर देश को छिन्न-भिन्न होने से तो बचाया ही, राष्ट्र की एकता-अखंडता की दिशा में भी महत्वपूर्ण काम किया। उनका यह निर्णय अंग्रेजों की कूटनीति का जबाब तो था ही, दूरदर्शिता और बौद्धिक क्षमता का बहुत बड़ा उदाहरण भी है।
नई बस्ती काशीपुर (कदमचौराहा) स्थित कवि कुटीर पर गुरुवार को सरदार बल्लभ भाई पटेल जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जनार्दन राय (Dr Janardan Rai) ने कहा कि सरदार पटेल ने एक राष्ट्र के रूप में भारत के विचार को तो बढ़ावा दिया ही, इस बात पर भी जोर दिया कि विविधता के बावजूद देश को एकजुट रहना चाहिए। इस दिशा में सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान ने उन्हें भारत के लौह पुरुष की उपाधि दिलाई। डॉ. राय ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में काम करने का मौका तो उन्हें कम मिला, लेकिन कम दिन में ही उन्होने जो काम सम्मादित किये-कराये, वे स्मरणीय है। वे अप्रतिम व्यक्तित्व और स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा के रूप में हमेशा याद किये जाते रहेंगे। कार्यक्रम में डॉ. रणविजय सिंह, डॉ. शकुंतला राय, अवधेश राय, जय प्रकाश पांडेय, रमाशंकर यादव, शिवजी व कुमार अभिजीत इत्यादि मौजूद रहे।

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