बलिया के इस इलाके में डिजिटल युग के संसाधन बने सफेद हाथी
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बैरिया, बलिया। केंद्र सरकार ने डिजिटल युग को बढ़ावा देने के लिए पूरे जोर-शोर से तैयारी कर इंटरनेट पर लोगों को आधारित होने पर मजबूर कर दिया। लेकिन ग्रामीण अंचलों की बात करें तो डिजिटल युग के संसाधन यहां सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। क्योंकि सबसे सर्वाधिक लोगों के पास नेटवर्क जिओ का है। लेकिन यह सत्य है कि बिजली गुल होते ही जिओ के नेटवर्क झुनझुना साबित हो जा रहे हैं।
क्षेत्र में जिओ के टावर सर्वाधिक संख्या में लगे हुए हैं ।सर्वाधिक लोगों के पास जिओ का नेटवर्क भी है। लेकिन टावरों पर काम करने वाले ऑपरेटर डीजल की कालाबाजारी करने लगे हैं। ऐसे में जब तक बिजली रह रही है। तब तक टावर संचालित हो रहे हैं। बिजली गुल होते ही टावर बंद हो जा रहे हैं ऐसे में कोरोना काल में ऑनलाइन बच्चों की पढ़ाई, बैंकिंग, साइबर कैफे व तमाम नेटवर्क पर आधारित कार्य ठप्प हो जा रहे हैं।
ऐसे में जिओ ऑपरेटरों के प्रति लोगों में काफी आक्रोश है। इलाके के बैरिया, रानीगंज, लालगंज,दलन छपरा,टोला शिवन राय, जयप्रकाश नगर, गोपाल नगर, शिवपुर कपूर दियर आदि स्थानों के टावर बिजली नहीं रहने पर नहीं चलने से काफी परेशानी का सामना उपभोक्ताओं को करना पड़ रहा है।उपभोक्ताओं ने इस समस्या के प्रति जिओ के अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।
शिवदयाल पांडेय 'मनन'
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