बलिया के इको क्लब प्रभारी का कुछ ऐसा हैं पर्यावरण प्रेम




मऊ : नगर के सहादतपुरा निवासी व बलिया जनपद के ब्लॉक नगरा में एआरपी के पद पर कार्य कर चुके शिक्षक शैलेंद्र प्रताप जो इको क्लब बलिया के प्रभारी भी हैं, का प्रकृति प्रेम अनूठा है। शैलेंद्र को हरियाली से इतना गहरा लगाव है कि वह यत्र तत्र सर्वत्र स्थान दिखता नहीं कि पौधारोपण कर प्रकृति को उपहार देने में जुट जाते हैं। उनका यह कारवां यही नहीं थमता, अपने स्तर से आमजन को प्रकृति व पर्यावरण के प्रति जागरूक भी करते रहते हैं।
अपने संकल्प के प्रति समर्पित शैलेन्द्र के प्रकृति प्रेम का जज्बा लोगों के लिए काफी उत्साहवर्धक एवं प्रेरणादाई भी है । शैलेंद्र ने कोरोना महामारी में ऑक्सीजन व प्रकृति के मूल्य को समझते हुए 5 सितंबर 2020 (शिक्षक दिवस) से प्रतिदिन पौधारोपण करने का आजीवन संकल्प लिया था जो आज भी जारी है। पर्यावरण दिवस को 1579वां पौधा रोपित कर शैलेंद्र ने एक अनूठा इतिहास कायम किया। उनके समर्पण का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह खुद की कमाई से पौधा खरीद कर प्रतिदिन या तो उसे उचित स्थान देते हैं या फिर किसी सुयोग्य को समर्पित कर उसे रोपित कर देते हैं। इस नेक कार्य के लिए जिला एवं राष्ट्रीय स्तर के कई मंचों से शैलेंद्र को सम्मानित भी किया जा चुका है। शैलेंद्र ने बताया कि मेरे अंतिम सांस तक अभियान चलता रहेगा।
बताते चलें शैलेंद्र व उनकी टीम द्वारा जून 2022 में मऊ से वाराणसी तमसा नदी की स्वच्छता रिवर फ्रंट पार्क हेतु पदयात्रा गांधी जयंती पर मऊ से लुंबिनी नेपाल तक गांधी पर्यावरण संदेश साइकिल यात्रा 1350 से अधिक स्कूलों में पर्यावरण जागरूकता का कार्य भी किया जा चुका है। शिक्षक शैलेंद्र ने तमसा नदी की सफाई के लिए हाल ही में जनपद प्रशासन के यहां गुहार लगाई है और नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष से भी मिलकर सफाई की मांग की है। शैलेंद्र यादव का यह कार्य पर्यावरण के प्रति और मानवता के प्रति समर्पण को दर्शाता है, जिसकी जितनी भी सराहना की जाए कम है। शिक्षक शैलेंद्र ने सहादतपुरा स्थित अपने आवास पर 5 जून 2025 पर्यावरण दिवस के अवसर पर शायंकाल एक भंडारे का आयोजन किया है। इस अवसर पर पधारने वाले सभी आगंतुकों को उनके द्वारा तुलसी का पौधा वितरित किया जाएगा। शिक्षक शैलेंद्र कहते हैं कि जीवन की अंतिम सांस तक प्रतिदिन एक पौधारोपण का कार्यक्रम अनवरत चलता रहेगा और बीच-बीच में जैसे भी समाज का सहयोग मिलेगा पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान के रूप में मेरे द्वारा अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते रहेंगे।


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