बलिया : तीन स्कूलों के आंगन में उत्पात, अराजकता की हदें पार

बलिया : तीन स्कूलों के आंगन में उत्पात, अराजकता की हदें पार


चितबड़ागांव, बलिया। जूनियर हाई स्कूल एवं प्रावि तथा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चितबड़ागांव परिसर में वन विभाग द्वारा रोपे गए पौधों एवं ईट से बने ट्री गार्ड को अराजक तत्वों ने तहस-नहस कर दिया गया है। 


नगर पंचायत चितबड़ागांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, जूनियर हाई स्कूल एवं प्राथमिक विद्यालय का एक ही परिसर है। परिसर में वन विभाग द्वारा लगभग तीन दर्जन विभिन्न प्रजाति के छायादार वृक्ष लगाए गए है। वृक्षों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक वृक्ष की ईट द्वारा सीमेंट से जोड़कर घेराबंदी की गई थी। विद्यालय लॉक डाउन में बंद होने के कारण अराजक तत्वों ने न सिर्फ पौधों को तहस-नहस कर दिया, बल्कि सुरक्षा के लिए की गई घेरे बंदी को भी तोड़ दिया। यही नहीं, अधिकांश ईंट भी अराजक तत्व उठा ले गए है।



इन विद्यालयों के परिसर को सुरक्षित रखने के लिए चहारदीवारी बनाई गई है, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण लंबे समय पूर्व बनी चारदीवारी का गेट नहीं लगा। साथ ही चाहर दीवारी की ऊंचाई काफी कम है, जिससे आसानी से लोग छलांग लगाकर इस पार से उस पार आ जा सकते हैं। विद्यालय के अध्यापक कार्य अवधि में उन पौधों की सिंचाई भी किया करते थे। अध्यापकों ने बताया कि विद्यालय परिसर को हरा भरा रखने के उद्देश्य से किया गया पौधारोपण अराजक तत्वों का शिकार हो गया। शिक्षकों ने  अराजक तत्व के विरुद्ध कार्रवाई की मांग क है।


अम्बरीश तिवारी 'महादेव'

Post Comments

Comments

Latest News

घर में घुसकर महिला BLO को बांके से काट डाला, फिर युवक ने कर ली खुदकुशी घर में घुसकर महिला BLO को बांके से काट डाला, फिर युवक ने कर ली खुदकुशी
रायबरेली : जनपद के लालगंज में विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) अभियान में बीएलओ का काम कर रही ग्राम...
महिला दरोगा और सिपाही रंगे हाथ गिरफ्तार
क्या कहते हैं आपके सितारे, पढ़ें 21 December का राशिफल
Ballia पुलिस को मिली सफलता : पॉक्सो एक्ट में वांछित अभियुक्त गिरफ्तार, अपहृता बरामद
बलिया में डीएम-एसपी ने सुनीं जनसमस्याएं, लापरवाही पर लेखपाल को प्रतिकूल प्रविष्टि
Renowned Sanskrit scholar and ritualistic priest Bachchan Pathak passes away
Ballia News : शिक्षक को पितृशोक, नहीं रहे संस्कृत के प्रकांड विद्वान एवं कर्मकांडी पंडित बच्चन पाठक