बलिया में महायज्ञ : आरती किशोरी ने सुनाया राम-जानकी विवाह का प्रसंग, झूम उठे श्रद्धालु




बलिया : अयोध्या से पधारी कथा वाचक आरती किशोरी ने कहा कि राम कथा हमें सच्चाई की राह पर चलने की सीख देती हैं। उन्होंने कथा में श्रीराम विवाह प्रसंग के बारे में विधिवत बताया। राम-जानकी प्रसंग सुन पूरा पांडाल खुशी से झूठ उठा। आरती किशोरी ने कहा कि सीता स्वयंवर पर प्रत्यंचा च़ढ़ाना कोई सरल कार्य नहीं था। प्रभु राम ने जनकपुर के स्वयंवर में अपनी अद्भूत वीरता दिखाई और जिस धनुष को राजा महाराजा हिला नही सकें, उस धनुष को उठाकर रामजी ने सीता से विवाह किया।
शहर के मिश्र नेवरी, काशीपुर में चल रहे श्री लक्ष्मी नारायण सिंह शतचंडी महायज्ञ में प्रवचन के दौरान आरती किशोरी ने कहा कि जनकपुर से जब सीताजी की विदाई हुई, तब उनके माता-पिता ने उन्हें ससुराल में कैसे रहना है, इसकी सीख दी। प्रत्येक माता-पिता को अपनी पुत्री के विवाह के समय ऐसी ही सीख देनी चाहिए। कन्या को ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिये, जिससे ससुराल व मायका दोनों कुल कलंकित हो। माता सीता ने पूरे जीवन अपने माता पिता की सीख का पालन किया। महायज्ञ में प्रतिदिन हवन-पूजन के साथ शतचंडी पाठ हो रहा है। श्रद्धालु भक्त मंडप की परिक्रमा कर पुण्य का भागी बन रहे है। पूरा इलाका भक्तिमय बना हुआ है।


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