CDS पास कर संविदा स्वास्थ्यकर्मी का बेटा बना भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट, बलिया से मिर्जापुर तक खुशी का माहौल




बलिया/मिर्जापुर : कहते हैं कि अगर आप किसी चीज को ठान लें तो मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियां भी आपको आपके लक्ष्य से दूर नहीं रख पाती। ऐसा हो सकता है कि आपको कई बार निराशा का सामना भी करना पड़े, लेकिन अंत में सफलता आपका कदम चूमती है। कुछ ऐसी ही कहानी मिर्ज़ापुर के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत बलिया निवासी संविदा स्वास्थ्य कर्मी के बेटे की है। बेटे ने अभावों को दरकिनार कर सीडीएस की परीक्षा पास की और भारतीय सेना में लेफ़्टिनेंट बन गए। घर-परिवार का नाम रौशन करने के साथ बेटे ने अन्य लोगों को भी कामयाबी पाने के लिए अभावों की धारणा को त्याग सफलता को छूने का संदेश दिया है।
बलिया शहर के चित्रगुप्त मंदिर रोड (भृगु आश्रम) निवासी अखिलेश पांडेय मिर्ज़ापुर जिले के क्षय रोग विभाग में संविदा पर कार्यरत है। अपनी सादगी, सरल व सहज स्वभाव के लिए ख्यातिलब्ध अखिलेश पांडेय का बड़ा बेटा राज पांडेय शुरू से ही मेधावी रहा है। हाईस्कूल 84%, इंटर 81% तथा 2022 में काशी विद्यापीठ से बीएससी (गणित) 79% से उतीर्ण करने के बाद राज पांडेय भारतीय सेना में अच्छे पद की चाह लेकर तैयारी में जुट गए। UPSC CDS (Combined Defence Services) Exam 2024 में शामिल राज पांडेय ने अपनी प्रतिभा के बदौलत सफलता अर्जित की है। 23 मई 2025 को रिजल्ट आया तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।
पिता पर बोझ न बन कोचिंग कर की तैयारी
राज पांडेय ने अपने जरूरतों का बोझ अपने संविदाकर्मी पिता पर अब ना पड़े, इसलिए बेंगलुरु में राष्ट्रीय स्तर के सीडीएस परीक्षा में कोचिंग करते हुए अपने लक्ष्य की तरफ अग्रसर रहे। उक्त संघर्ष का ही परिणाम रहा है कि 23 मई 2025 को राज पांडे भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर चयनित होकर अपने माता-पिता के साथ-साथ जनपद को गौरवान्वित किया है।
आंखों में ख़ुशी के आंसू लिए राज के पिता अखिलेश पांडेय ने कहा कि मैं क्षय विभाग का आभारी हूं, जो मुझे अपने बच्चों के प्रति कुछ महत्वपूर्ण दायित्व को पूरा करने की क्षमता दिया। उन्होंने उन असंख्य टीबी मरीजों का भी शुक्रगुजार होना बताया है, जिनके आशीर्वाद और दुआओं ने उन्हें निरन्तर हौसला बढ़ाया है। अखिलेश कहते हैं निःसदेह यह उनकी सेवा का फल है, जिसे उन्होंने मेहनत और ईमानदारी के साथ टीबी मरीजों की सेवा कर पाया है। उधर, बलिया में पत्रकार कृष्णकांत पांडेय ने अपने चचेरे भाई की सफल उड़ान पर अपनों के बीच खुशियां बांटी।
टीबी मरीजों को गोंद लेकर बांटी खुशी
अपने पुत्र की सफलता पर संविदा स्वास्थ्यकर्मी अखिलेश पांडेय ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सीएल वर्मा की उपस्थिति में पांच टीबी रोगियों को पोषण पोटली भेंट करते हुए गोद लेने का सराहनीय कार्य किया। टीबी मरीजों को गोद लेते हुए कहा कि मैं पांचो मरीजों को पूरे इलाज अवधि तक हर महीने इसी तरीके से पोषण पोटली भेंट करता रहूंगा।
एक-दूसरे मीठा कराया मुंह
विभागीय साथियों ने अखिलेश पांडेय के बेटे राज पांडेय की इस सफलता पर बधाई देते हुए एक दूसरे का मुंह मीठा कराया। क्षय विभाग के समस्त कर्मचारियों के बीच उत्साह और खुशी का माहौल बना हुआ है। टीबी मरीजों को गोद लेने के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनिल कुमार ओझा, एसीएमओ डॉक्टर बीके चौधरी, डॉ राज किशोर अहिरवार, डीपीएम अजय कुमार, मनीष श्रीवास्तव, सतीश शंकर यादव, समीम अहमद, पंकज सिंह, अखिलेश पांडेय, दुर्गेश रावत, प्रदीप, अवध बिहारी कुशवाहा, सब्बीर, आकाश इत्यादि मौजूद रहे।


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