Love Story : बलिया के युवक के प्यार में आशा से बनीं आयशा, 14 साल बाद मिला धोखा ; 9 नामजद
Ballia News : भीमपुरा थाना क्षेत्र के बाराडीह लवाईपट्टी.गांव के रहने वाले बबलू की पहली मुलाकात वर्ष 2009 में मध्य प्रदेश की आशा वर्मा से मुंबई में हुई। दोनों की दोस्ती कब प्यार में बदल गई, पता ही नहीं चला। जैसे-जैसे वक्त गुजरता गया, उनका प्यार और गहराता गया। मां बाप के विरोध के बावजूद दोनों ने लव मैरेज (Love Marriage) कर लिया। 2010 में मुंबई से बाराडीह गांव आते ही आशा को पति बबलू का असली पहचान परवेज खान के रुप में मिली तो उसके होश उड़ गए, लेकिन काफी विलंब हो चुका था। फिर प्यार में आशा, आयशा बनीं और शुरू हुआ जिन्दगी का सुहाना सफर। लेकिन अफसोस, तीन बच्चो की मां बन चुकी आयशा को ससुरालियों ने उसके दो पुत्रों को अपनाकर उसे बेटी के साथ घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
हर सितम झेलने के बाद पत्नी का दर्जा, संपत्ति में अधिकार और ससुराल में सम्मान के लिए दर-दर भटक रही आयशा अंततः पीड़िता पुलिस थाने पहुंची और अपनी दास्तां की दरख्वास्त दी। पीड़िता की तहरीर पर भीमपुरा पुलिस ने ससुर नेहाल अहमद, सास रोशन तारा, अफरोज, जावेद दर्फ टीपू, फिरोज, नाजो, साबिवा, नाजिनी व अफसाना खातून के खिलाफ धारा 147, 323, 504 व 506 भादवि के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह अपने पिता के साथ मुंबई में रहती थी। वर्ष 2009 में पड़ोसी बबलू के साथ उसका प्यार हो गया। वहां मां बाप के विरोध के बावजूद उसने लव मैरेज किया। 2010 में मुंबई से बाराडीह गांव आते ही उसके पति बबलू का असली पहचान परवेज खान के रुप में मिला तो उसके होश उड़ गए, लेकिन तब तक काफी विलंब हो चुका था।
आरोप लगाया कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया और आशा वर्मा से उसे आयशा परवेज खान बना दिया गया। दर्जनों बार उसके साथ मारपीट और जान से मारने की कोशिश भी हो चुकी है। अब उसके दो पुत्र अली हसन (5), अली बत (11) और एक पुत्री अनम (14) भी है। आरोप है कि ससुराल वालों ने पति और दो पुत्रों को अपने पास रखकर, उसे उसकी पुत्री के साथ घर से बाहर निकाल दिया। पिछले एक सप्ताह से वह गांव के एक खेत में जीने को मजबूर है। पीड़िता ने अपने पति और बच्चों के साथ जीने का अधिकार, पत्नी के अधिकार के साथ संपत्ति में हिस्सेदारी और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
रोहित सिंह मिथिलेश
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