बलिया : सीएचसी सिकंदरपुर में चिकित्सक की लापरवाही आई सामने, सच जानकर चौंक जायेंगे आप
सिकंदरपुर, बलिया। जिले का स्वास्थ्य महकमा ऐसे ही बदनाम नही है। गाहे बगाहे विभागीय कर्मचारी और डॉक्टर कोई न कोई ऐसा कारनामा कर देते हैं कि लोगों की आलोचना के शिकार हो जाते हैं। जिला मुख्यालय से दूर स्थित प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति और भी खराब है। यहां तैनात डॉक्टर और कर्मचारी दलालों के बहकावे में आकर किसको क्या रिपोर्ट सौंप दें, यह बताना मुश्किल है।
हालिया मामला सीएचसी सिकंदरपुर से जुड़ा है। यहां तैनात एक चिकित्सक ने मारपीट में घायल एक लड़की को चोट वाले स्थान के बजाय अन्य जगह का एक्सरे कराने को लिख दिया। हद तो तब हो गई जब पीड़िता ने चोट वाली जगह को दिखा कर उक्त स्थान का एक्सरे कराने की बात रखी तो इससे भड़के चिकित्सक अभिषेक कुमार ने दुर्व्यवहार करते हुए उसे हॉस्पिटल से बाहर निकाल दिया। शुक्रवार को कुछ सहयोगियों के साथ जिला चिकित्सालय पहुंची लड़की ने जब सीएमओ से संपर्क किया तो उक्त डॉक्टर की मनमानी सामने आ गई।
गौरतलब हो कि गुरुवार को सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर (चक कलंदर) में किसी बात को लेकर दो परिवारों में मारपीट हो गई थी। जिसमें सीमा यादव का बायां हाथ टूट गया था। सीमा को स्थानीय पुलिस ने मेडिकल के लिए सीएससी भेज दिया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक अभिषेक ने पहले तो दाएं हाथ में मामूली चोट बताया। जब सीमा ने बाएं हाथ में चोट लगने की बात बताई तो चोट वाले स्थान के बजाय कंधे का एक्सरे कराने को लिख दिया। सीमा जब एक्सरे कराने पहुंची तो उसके होश उड़ गए। सीमा ने तत्काल डॉक्टर से संपर्क कर कलाई (चोट वाले स्थान) का एक्सरे कराने की बात कही तो वे भड़क उठे और उसे भला बुरा कहते हुए बाहर कर दिया।
उधर मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमओ ने डॉ अभिषेक की जमकर क्लास लगाई और फिर से एक्सरे करने का निर्देश देते हुए सीमा को वापस सीएचसी सिकंदरपुर भेज दिया। सीमा ने बताया कि सीएमओ के निर्देश पर जब वह सीएचसी पहुंची तो कर्मचारियों ने एक्सरे करने से मना कर दिया। तर्क दिया कि डॉ अभिषेक नहीं हैं, जब आयेंगे तो होगा। आलम यह रहा कि शुक्रवार को घंटों इंतजार करने के बाद शाम को करीब पांच बजे सीमा निराश होकर घर लौट गई, लेकिन उसका एक्सरे नही हो पाया। उधर सपा नेता जुबेर वारसी ने सीएचसी की व्यवस्था को लेकर जिम्मेदारों से आवश्यक कार्यवाही की मांग की है। इस मामले में सम्बंधित चिकित्सक का पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।
अजीत कुमार पाठक
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