बलिया में एक साथ जली तीन दोस्तों की चिता, सहमी धरती-ठिठका आसमां
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बैरिया, बलिया। एक साथ तीन युवकों की चिता जली तो न सिर्फ वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हुई, बल्कि कुछ देर की लिए धरती भी सहम गई। आसमां ठिठक गया। गंगा की लहरों का हिचकोला (हल्फी) भी रुक गई। पुलिस वालों की भी आंखें भींग गयी।
यह हृदयविदारक दृश्य है भवन टोला गांव के सामने तीन युवकों की एक साथ अन्त्येष्टि का।दलजीत टोला के ये तीन युवकों की दर्दनाक मौत बुधवार को हाईटेंशन तार की जद में आने से शोभा छ्परा में हो गयी थी। कानूनी खानापूर्ति व पोस्टमार्टम के उपरान्त अन्त्येष्टि के समय गंगा घाट पर सैकड़ो ग्रामीण जुटे थे।
सूर्य प्रकाश उर्फ छोटू को उनके पिता मिथिलेश सिंह उर्फ भूटेली, सोनू गुप्ता को अनके भाई बाउल गुप्ता, अनुज सिंह को उनके पिता सुनिल सिंह ने मुखाग्नि दी। अनुज के भाई का जहां रो रो कर बुरा हाल था, वही कांपते हाथो से पिता सुनिल ने चिता में आग लगाई। सोनू के भाई बाउल भी मुखाग्नि देते समय असमान्य हो गया था। पिता महेन्द्र गुप्ता को लोगो ने किसी तरह सम्भाला। गंगा तट पर एक साथ तीनों चिता के जलने साथ ही आग की लपटें उठने लगी। कहते है पिता के कन्धे पर पुत्र की अर्थी संसार में दु:खद घटना है। सोनू नित्य मां काली का मन्दिर धोता था और पूजा करता था।
उसके पिता आसमान के तरफ मुंह करके पूछ रहे थे कि हे भगवान हमारे बेटे ने आपका क्या बिगाड़ा था? आपने उसे असमय ही क्यों उठा लिया ? अनुज का भाई जमीन पर गिर कर बिलख रहा था। बार बार लोग उसे चुप कराने का प्रयास कर रहे थे। सूर्य प्रकाश उर्फ छोटू के इकलौता होने के कारण परिजन तो सुध बुध ही खो बैठे है। ऐसे में कैसे यह परिवार इस पीड़ा से उबरेगा, इसकी चिन्ता घाट पर सैकड़ो लोगो को सता रही थी।
पुलिस-पीएसी मौजूद
गंगा तट पर चिताओं के जलने के बाद उनके शान्त होने तक सीओ बांसडीह दीपचन्द, एसएचओ बैरिया संजय त्रिपाठी, एसओ हल्दी मनोज कुमार सिंह सहित भारी संख्या मे पलिस व पीएसी मौजूद थी। मौके पर सपा सूर्यभान सिंह व पूर्व विधायक सुभाष यादव रोते बिलखते परिजन को ढ़ांढस बधा रहे थे।
शिवदयाल पांडेय 'मनन'
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