मानवता की मिसाल थी मदर टेरेसा : प्रेम किशोर

मानवता की मिसाल थी मदर टेरेसा : प्रेम किशोर


मझौवां, बलिया। मदर टैरेसा कन्वेंट स्कूल पचरुखिया में नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित भारत रत्न मदर टेरेसा की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया गया। प्रबंधक प्रेम किशोर ने कहा कि मदर टेरेसा मानवता की मिसाल थी। अपना पूरा जीवन सेवा में समर्पित कर दी। मदर टेरेसा अनाथ और असहाय लोगों का सहारा बनीं। उनकी प्रेरणा से हजारों लोग दीन-दुखियों की सेवा के लिए आगे आए। उनका जीवन सदा हम सभी लोगों को दीन-दुखियों की सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा। 

जिंदगी की दिशा निर्धारित करने में शिक्षक की भूमिका अहम
कार्यक्रम के बाद स्कूल में शिक्षक दिवस मनाया गया। विद्यार्थियों ने सभी शिक्षकों को श्रीफल व पुष्प अर्पण कर आशीर्वाद लिया। प्राचार्य आरपी सिंह ने कहा कि शिक्षक जिंदगी संवारने वाले होते हैं। वे जिंदगी देने वाले तो नहीं होते पर जिंदगी की दिशा निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। मंच पर विद्यार्थियों ने शिक्षकों का सम्मान करते हुए उनसे आशीर्वाद मांगा। लेक्चरर अभिजीत किशोर ने कहा कि छात्र जीवन में अनुशासन बहुत जरूरी है। डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन अनुशासन के प्रिय थे। उन्होंने कहा था कि अगर शिक्षा सही तरीके से दी जाए, तो समाज की बुराईयां नष्ट हो जाएगी। विद्यार्थियों को उनके जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए। इस अवसर ओंकार मिश्रा, रमेश सिंह, दिनेश जी, दिनेश प्रजापति, राजेश राणा, विक्रम पंकज सिंह, पंकज पटेल, चंद्र पांडे, सुरेश शर्मा, अमरनाथ प्रजापति, शशिकांत प्रजापति एवं अन्य शामिल थे।

हरेराम यादव

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