शिवमय हुआ बलिया का परिखरा : श्री शिव महापुराण कथा में उमड़ रही भक्तों की भीड़
Ballia News : शहर से सटे परिखरा गांव में पुरुषोत्तम मास में चल रहे श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन कथा श्रवण कराते हुए काशी से पधारे पूज्य शशिकांत जी महाराज ने कहा कि शिव जैसा दयालु कौन होगा। वह बिल्वपत्र, पुष्प व अक्षत आदि चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते हैं। अपने भक्तों को अपार सुख प्रदान करते हैं।
कहा कि भगवान भोलेनाथ के शरीर का भस्म, गले का सर्प व सवारी बूढ़ा बैल ये सभी वैराग्य के प्रतीक हैं। वैराग्य ही उनके जीवन का सार है। बताया कि जब दैहिक, दैविक और भौतिक ताप परेशान करे तो हमें भगवान की शरण लेनी चाहिए। जब हम भगवान की शरण लेते हैं, तो तप द्वारा इन तीनों से हमें मुक्ति मिलती है।
पूज्य महाराज जी ने कहा कि कलियुग में हर व्यक्ति को पाप परेशान करेगा। ऐसे समय में यह कथा ही जीवन जीने का नया मार्ग प्रदान करेगी। भगवान शिव काल के ऊपर हैं। वह अजर और अमर हैं। उनको वृद्धावस्था स्पर्श तक नहीं कर सकती। जब ब्रह्मा और विष्णु में श्रेष्ठ होने को लेकर विवाद बड़ा हुआ, तब भगवान शिव ने स्वयं शिवलिंग के रूप में प्रकट होकर उनके अभिमान को दूर कर उनका मार्गदर्शन किया।
भगवान शिव की महिमा का बखान करते हुए कहा कि शिव सदैव प्रसन्न रहते हैं। सभी से कहा कि हमारी मनः स्थिति ऐसी हो कि किसी भी परिस्थिति में प्रभावित न हो। इस दौरान प्रमुख रूप से चंद्रभान सिंह, दयानंद मिश्रा, राजेंद्र सिंह, प्रधान रामप्रवेश सिंह, परमात्मा सिंह, संजीत सिंह, भूल्लू सिंह, उपेंद्र सिंह, चुनमुन सिंह, आकांक्षा मिश्रा, रूद्र मिश्रा, सर्व मिश्रा व रमावती सहित हतारों श्रध्दालुगण मौजूद रहे।
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