14 साल में भी नहीं बन सका बलिया का यह पुल, फर्म फरार-नेता नाराज

14 साल में भी नहीं बन सका बलिया का यह पुल, फर्म फरार-नेता नाराज


बैरिया, बलिया। अरे वाह ! फर्म अधर में कार्य छोड़ कर गायब है। विभाग मूक दर्शक बना हुआ हैं। जी हां, मैं बात कर रहा हूं सुरेमनपुर दियराचंल के लिए उपयोगी सुरेमनपुर पुरानी रेलवे स्टेशन से गोपाल नगर जाने वाले रामबालक बाबा सेतु का। वर्ष 2017-18 में सेतु निगम ने 15 करोड़ रुपये की लागत से 212.03 मीटर लम्बा व साढ़े सात मीटर चौड़ा पुल निर्माण कार्य पूरा कर लिया था।लेकिन लोकनिर्माण विभाग ने पुल के दोनों छोर पर अभी तक एप्रोच निर्माण का कार्य पूरा नहीं किया। या यूं कहे तो केवल मिट्टी व बालू भर कर एप्रोच सरयू नदी से कटने के लिए छोड़ दिया गया है। उत्तरी दियरांचल के शिवाल मठिया, मानगढ़, गोपालनगर, वशिष्ठनगर आदि गांव की करीब 50 हजार आबादी को मुख्यमार्ग से जोड़ने के प्रयास में 14 वर्ष का समय समाप्त हो गया। लेकिन आज तक पुल का निर्माण कार्य पूरा नहींं हुआ। इस पुल के निर्माण के लिए कई बार धरना प्रदर्शन भी हो चुका है, लेकिन अब तक उत्तरी दियारा के लोगो के लिए एक अदद मुख्य सड़क मार्ग का निर्माण कार्य भी पूरा नही किया जा सका है। 
वर्ष 2008 में तत्कालीन एमएलसी विक्रमादित्य पाण्डेय द्वारा भूमि पूजन के बाद सेतु निगम ने 04 करोड़ की लागत से सरयू नदी के छाड़न पर रामबालक बाबा सेतु का निर्माण कार्य शुरू किया। 2010 में निर्माण कार्य पूरा हुआ। लेकिन पुल का लोकार्पण भी नही हुआ और वर्ष 2010 में घाघरा नदी की आयी बाढ़ की विभिषिका में पुल टेढ़ा हो गया। इससे विभाग द्वारा पुल को रिजेक्ट कर दिया गया। पुनः पूर्व विधायक जयप्रकाश अंचल के प्रयास से वर्ष 2015 में सेतु निगम ने 15 करोड़ रुपये की लागत से 212.03 मीटर लम्बा व साढ़े सात मीटर चौड़ा निर्माण कार्य शुरू किया। पुल निर्माण कार्य वर्ष 2017-18 में पूरा कर लिया गया, लेकिन एप्रोच निर्माण का कार्य पीडब्ल्यूडी ने अब तक पूरा नहीं किया है। पीडब्ल्यूडी ने एप्रोच निर्माण के लिए मिट्टी की जगह बालू भरकर छोड़ दिया। इससे दियरावासियों को आवागमन के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गमनागमन करने वाले जान-जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे है।


पुल के एप्रोच निर्माण कार्य मऊ के ठेकेदार मेसर्स प्रकाश कंट्रक्शन को करना था, लेकिन समय समाप्त होने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के लिए हम लोग कहते-कहते थक गए है। जान-माल का नुकसान होने पर कौन जिम्मेवार होगा ? सम्बंधित प्रश्न का जबाब हमारे बड़े साहब ही दे सकते है। वैसे कार्यवाही हो रही हैं।
विकास सिंह अवर अभियंता लोकनिर्माण विभाग


प्रयास कर रहा हूं कि जल्द ही एप्रोच का निर्माण कार्य पूरा करा दिया जाय। फर्म को नोटिस भेजा गया है। अगली कार्यवायी शीघ्र होगी।
एसके सिंह अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण विभाग


पूर्व विधायक सुभाष यादव ने कहा कि छह वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक एप्रोच निर्माण कार्य पूरा नही हुआ है। दियरावासी जान हथेली पर लेकर आवागमन कर रहे है। इसके लिए आमरण अनशन शुरू करूंगा।


झ्न्टक जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने बताया कि पहली बार वर्ष 2001-02 में तत्कालीन विधायक भरत सिंह पुल बनाये वह बह गया। दूसरा पुल 2010 में मुड़ गया और तीसरा पुल का निर्माण कार्य सेतु निगम ने पूरा कर दिया, लेकिन एप्रोच का निर्माण कार्य अब तक पूरा नही हुआ। आखिर भाजपा सरकार में यह क्या हो रहा है।


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीबी मिश्र ने कहा कि किसी भी  सरकार ने दियराचंल की परवाह नही की है। जिस दिन सरयू नदी में प्रलयंकारी बाढ़ आयेगी, उसी दिन ही पुल का एप्रोच कटना तय है।


रामपुर निवासी मनीष पाण्डेय टुनटुन ने कहा कि उत्तरी दीयरांचल के साथ हमेशा छलावा होता है। दियराचंल में सिर्फ जनप्रतिनिधि वोट मांगने जाते है। कारण यही है कि छह वर्ष बाद भी रामबालक बाबा सेतु का एप्रोच नही बना है। फर्म पर गम्भीर कार्यवायी होनी चाहिए।


शिवदयाल पांडेय 'मनन'
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