बलिया : इंसानियत की मिसाल बने सूर्यभान सिंह, इस 'नेकी' से जीता हर किसी का दिल

बलिया : इंसानियत की मिसाल बने सूर्यभान सिंह, इस 'नेकी' से जीता हर किसी का दिल


बलिया। कोरोना की चपेट में आने के बाद भी सपा नेता सूर्यभान सिंह अपनी समाजसेवा की राह पर अडिग है। दिल में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्तियों के चेहरे पर मुस्कान देखने की तमन्ना लिए सूर्यभान सिंह का मूल मंत्र 'परहित धर्म सरिस नहीं भाई...' है। होम आइसोलेशन में रहने के बाद भी अपनी बिदांश कार्यशैली के बदौलत ये सर्वत्र प्रशंसा के पात्र बन गये है। 
दोकटी थाना क्षेत्र के दलनछ्परा पासवान बस्ती निवासी पूनम देवी पत्नी स्व. संतोष पासवान की मौत की खबर का संज्ञान लेते हुए सूर्यभान सिंह ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। पिता के बाद मासूम बच्चों के सिर से मां का साया छिन जाने की घटना से मर्माहत सूर्यभान सिंह ने अपने रिश्तेरार चन्दन सिंह को भेजकर 20 हजार रुपया उपलब्ध कराया। उक्त धनराशि सपा के बैरिया सचिव राजनारायन पासवान, प्रधान दशरथ साहु, प्रधान सुग्रीव पासवान के हाथों उन्हें सुपुर्द कराया। सूर्यभान ने कहा कि इन बच्चों का जीवन विरान हो गया हैै। घर में एक बुजुर्ग दादी फुलेसरी बची है। ऐसे इन मासूमों के आगे अन्धकार ही नजर आ रहा है। लेकिन विधाता के सामने किसी की नहीं चलती। इन बच्चों को जब भी आवश्यकता पड़ी, मदद करूंगा। मानवता भी कुछ होती है। इस मौके पर वीरेन्द्र गोंड, सियाराम पासवान, दुर्गाचरन सिंह, भुआल जी मौजूद रहे।


शिवदयाल पांडेय 'मनन'

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