फर्जी निकला अपहरण का केस, मर्जी से प्रेमी संग गई थी युवती
गाजियाबाद : गाजियाबााद के मोदीनगर में धार्मिक स्थल के सामने से युवती के कथित अपहरण के मामले ने नया मोड़ ले लिया। युवती ने मोदीनगर थाने पहुंचकर अपहरण की बात को निराधार बताया। उसने कहा कि वह अपनी मर्जी से प्रेमी के साथ गई थी। प्रेमी को फंसाने के लिए उसकी मां ने अपहरण की झूठी साजिश रची थी।
एसीपी मोदीनगर ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि 20 दिसंबर को मेरठ में रहने वाली महिला 18 साल की बेटी के साथ मोदीनगर आई थी। महिला का आरोप था कि एक धार्मिक स्थल के सामने कार सवार लोगों ने उसकी बेटी को अगवा कर लिया। महिला ने थाने में चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज भी कराई थी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर युवती को बरामद करने के लिए तीन टीमों का गठन भी कर दिया था।
एसीपी ने बताया कि मंगलवार को युवती खुद ही थाने में पहुंची और अपहरण की बात से इनकार किया। उसने बताया कि उसकी मां मेरठ में नशा मुक्ति केंद्र का संचालन करती है। केंद्र में बड़ौत निवासी युवक और उसके पिता भर्ती हुए थे। इसी दौरान उसकी युवक के साथ नजदीकी बढ़ गई थी और दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे थे। दोनों शादी करने की जिद पर अड़े थे। शादी ना हो, इसके लिए उसकी मां ने मुकदमा दर्ज कराया।
एसीपी ने बताया कि 20 दिसंबर को उसकी मां ने शादी की बात करने के लिए युवक और उसके परिजनों को मोदीनगर बुलाया था। इसी दौरान उन्होंने शादी से इनकार कर दिया था। इस पर युवती युवक के साथ कार में बैठकर चली गई। इसके बाद महिला ने मोदीनगर थाने में अपहरण करने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। महिला का मकसद बेटी के प्रेमी व उनके रिश्तेदारों को फंसाने का था।
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