डीएम ने स्कूल का किया औचक निरीक्षण, 100 में उपस्थित मिली सिर्फ 11 छात्राएं
गोंडा। बिना किसी सूचना के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से 89 छात्राओं के गायब होने का मामला सामने आया है। मामले में डीएम के निर्देश पर जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रक्क्षन्दा सिंह ने वार्डेन सरिता सिंह समेत चार पर मुकदमा कराया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार की रात डीएम नेहा शर्मा की छापेमारी के दौरान कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में 11 छात्राएं उपस्थित मिलीं। अनुपस्थित 89 छात्राओं के बारे में मौजूद कर्मी कुछ स्पष्ट नहीं बता सके। जांच में पाया गया कि स्कूल में 100 छात्राएं नामांकित हैं। विद्यालय की छात्राओं के आने-जाने का विवरण आवागमन पंजिका में दर्ज किया जाता है, लेकिन यहां पंजिका में बालिकाओं के बारे में कोई विवरण अंकित नहीं किया गया था।
कक्षा सात व आठ में नामांकित छात्राओं की उपस्थिति 17 अगस्त के बाद से नहीं ली गई थी। डीएम को चौकीदार व पीआरडी के जवान भी अनुपस्थित मिले। आगंतुक रजिस्टर भी नहीं मिला। 17 अगस्त से पंजिका में छात्राओं की उपस्थिति नहीं दर्ज की गई थी, लेकिन प्रेरणा पोर्टल पर वार्डेन फर्जी उपस्थिति भेज करके धनराशि का भुगतान करा रही हैं। वित्तीय अनियमितता की जा रही है।
छात्राओं से दूरभाष पर बात की गई तो उन्होंने 19 अगस्त को घर जाने की बात कही। जबकि, वार्डेन ने डीएम से कहा कि 21 अगस्त को बालिकाएं घर गई हैं। दायित्वों के समन्वयक निर्वहन न करने पर वार्डेन सरिता सिंह, पूर्ण कालिक शिक्षिका सुषमा पाल, चौकीदार विष्णु प्रताप सिंह व पीआरडी जवान दिलीप कुमार मिश्र पर मुकदमा कराया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रेमचंद यादव ने कहा कि संबंधित से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जांच के लिए विभागीय टीम गठित कर दी गई है। रिपोर्ट महानिदेशक शिक्षा को भेजी जाएगी।
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