Public support campaign through public contact : बलिया में प्रबुद्धजनों से मिले परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह
सेवा, सुशासन व गरीब कल्याण ही भाजपा का मूल आधार : दयाशंकर
जन संपर्क से जन समर्थन अभियान के तहत प्रबुद्धजनों से मिले मंत्री
Ballia News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार के सेवा, सुशासन एवं गरीब कल्याण के 09 वर्ष पूर्ण होने पर संगठन द्वारा चल रहे महा जन संपर्क अभियान के तहत परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने प्रबुद्धजनों से मुलाकात की। इस दौरान मंत्री ने लोगों से मिलकर उन्हें 'संपर्क से समर्थन' अभियान के अंतर्गत भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं उपलब्धियों से संबंधित जानकारी दी और पुस्तिका प्रदान की।
इसमें मंत्री ने चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संगीत कुमार गुप्त, विहंगम योग के संत प्रवर विज्ञान देव महाराज, टीडी कालेज के पूर्व प्राचार्य पीएन सिंह, कुंवर सिंह पीजी कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर अंजनी कुमार सिंह, भूगोल विभाग के अशोक कुमार सिंह, एडवोकेट श्रीनिवास राय से मिले और मिस्ड काल कराया। मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि तीन शब्द सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण ही भाजपा का मूल आधार है और यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की नौ साल की यात्रा को परिभाषित करते हैं।
जब 2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली तो अर्थव्यवस्था मंदी में थी। बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद था और असंख्य घोटाले थे। उनके सामने न केवल अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने का काम था बल्कि नागरिकों के बीच सरकार के प्रति आशा, गौरव और विश्वास पैदा करने का भी काम था। नौ साल बाद वह न केवल अधिकांश गंदगी को साफ करने में सक्षम हुए हैं, बल्कि देश को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए प्रेरित किया है। कहा कि देश में जो 65 वर्षों में हासिल नहीं किया जा सका वह पीएम के नेतृत्व में भारत ने नौ वर्षों में हासिल कर लिया है।
गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज, स्वच्छ भारत के तहत शौचालयों का निर्माण, पीएम स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी और ग्रामीण आवास, मुद्रा योजना स्टैंड अप इंडिया, स्टार्ट अप, उज्ज्वला योजना आदि तमाम योजनाएं ऐसी हैं जिससे लोगों के जीवन स्तर में बदलाव आया है। इस दौरान भाजपा जिला मंत्री एवं अभियान के जिला संयोजक अरुण सिंह बंटू आदि साथ रहे।
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