पूर्व नौसैनिक के घर आई दोहरी खुशी : बलिया की दो अध्यापिकाओं के पुत्र बनें सैन्य अफसर
Ballia News : किसी भी परिवार के लिए जीवन में सबसे गर्व का क्षण तब आता है, जब उसका बेटा, उससे भी आगे निकले। घोरौली गांव (बांसडीह रोड़) निवासी पूर्व नौसैनिक व सहायक अध्यापक रजनीश कुमार चौबे के लिए ऐसी ही फक्र की घड़ी आई है। इनका भतीजा अभिनव चतुर्वेदी 'छोटू' राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में 255वीं रैंक हासिल कर लेफ्टीनेंट के पद पर चयनित हुआ है। वहीं, भांजा आयुष चौबे सानू वायुसेना एफ कैट में 75वां स्थान प्राप्त किया है। अभिनव का ज्वाइनिंग लेटर मिलते ही परिवार में खुशियों का माहौल बन गया। बेटे की सफल उड़ान से मां अंजू चतुर्वेदी की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े।
बता दें कि राम बचन चौबे के तीन पुत्रों में मंझला संजय चौबे वर्ष 2011 में असमय ही ईश्वर के प्यारे हो गए थे, तब अभिनव की उम्र महज आठ साल थी। उधर, पति की असमय मौत के बाद अंजू चतुर्वेदी (अध्यापिका, भृगु भूमि इंटरनेशनल स्कूल बहुआरा) के सामने दो बच्चों का भविष्य संवारने की बड़ी जिम्मेदारी आ गयी।
बड़े पिताजी श्रीनिवास चौबे (अध्यापक, नवीन इण्टर कालेज घोरौली) की देखरेख में अभिनव केन्द्रीय विद्यालय बलिया से 2022 में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की, फिर एनडीए की आनलाइन तैयारी में जुट गया। वहीं, बड़ा पुत्र अंशुमान चतुर्वेदी दिल्ली में सीए कर रहा है। अभिनव और आयुष की सफलता से पूरे परिवार में खुशी की लहर है। दोनों बच्चों को आशीर्वाद देकर सभी ने हौसला बुलंद किया।
लेफ्टिनेंट बन अभिनव ने बढ़ाया मान
अभिनव चतुर्वेदी (Abhinav Chaturvedi) ने बताया कि बचपन से ही वह देशसेवा में प्रत्यक्ष रूप से काम करना चाहता था। इसकी प्रेरणा उसे अपने चाचा सेवानिवृत नौसैनिक रजनीश कुमार चौबे से मिली। उन्हीं से प्रेरित होकर उसने एनडीए में उत्तीर्णता पाई तथा इंडियन आर्मी को पहली प्राथमिकता दी। प्रशिक्षण के बाद वह सीधे लेफ्टिनेंट के पद पर ज्वाइन करेगा। ट्रेनिंग के लिए उसे 23 दिसंबर, 2023 को खडकवासला (पुणे) स्थित एनडीए मुख्यालय में रिपोर्ट करनी है। बताया कि मां अंजू चतुर्वेदी, बड़े पिता श्रीनिवास चौबे व छोटे बाबा शिव बचन चौबे, नाना हनुमान पाण्डेय व मामा राजीव पाण्डेय के साथ-साथ पूरे परिवार ने हर कदम पर उसकी मदद की।
फ्लाईंग आफिसर बनेंगे आयुष
वहीं, आयुष चौबे सानू (Ayush Chaubey Sanu) ने वायुसेना एफ कैट में 75वां स्थान प्राप्त कर खुशियों को और बढ़ा दिया। मूल रूप से सोहांव निवासी आयुष की मां बबीता चतुर्वेदी नवीन इण्टर कालेज घोरौली में अध्यापिका हैं, जबकि पिता संतोष कुमार चौबे कलकत्ता में प्राइवेट काम करते हैं। आयुष अपनी मां के साथ ननिहाल में ही रहकर पढ़ाई पूरी की। ट्रेनिंग के बाद आयुष चौबे सानू सीधे फ्लाईंग आफिसर बनेंगे।
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