'सब शिक्षक हो अलंकृत, अधिकारी ना हो रूष्ठ, इस नव वर्ष में...
इस नव वर्ष में
आज सम्पूर्ण विश्व नव वर्ष का उत्सव मना रहा है। सभी एक दूसरे को शुभकामनाएं और बधाई प्रेषित कर रहे है।एक शिक्षक,समाज का प्रहरी, बदलते परिवेश मे नव वर्ष में क्या चाहता है? प्रस्तुत है कुछ पक्तियां...
हर बच्चा हो नामांकित,
अभिभावक हो संतुष्ट।
सब शिक्षक हो अलंकृत,
अधिकारी ना हो रूष्ठ।।
इस नव वर्ष में...
विद्यार्थी हो दक्ष, निपुण,
हर दिन आए स्कूल।
सीखे समाजिक, नैतिक गुण,
शिक्षक बने, बच्चों के अनुकूल।।
इस नव वर्ष में...
नियुक्ति मिले घर के पास,
रह जाए न भागम -भाग।
बच्चों को विद्यालय, आए रास,
पढ़े सभी भाषा, लगाऐं गुणा-भाग।।
इस नव वर्ष में...
हाजिरी हो सबकी टेबलेट से,
हो हर विद्यालय में, शिक्षक पांच।
पढ़ावे तन, मन और लगन से,
किसी की प्रतिष्ठा पर, ना आए आंच।
इस नव वर्ष में...
सूचना, बैठकें, ट्रेनिंग हो ऑनलाइन,
पेपर लेस हो, बेसिक शिक्षा विभाग।
बीईओ, बीएसए भी जांच करे ऑनलाइन,
सभी हो संतुष्ट, रहे आपस में अनुराग।
इस नव वर्ष में...
डेस्क बेंच, विद्युतीकरण, चाहरदीवारी,
हर विद्यालय, हो कायाकल्पित।
चोरी ना हो, चौकीदार करे चौकीदारी,
19 पैरामीटर से, हो जाय संतृप्त।।
इस नव वर्ष में...
मिले बुढ़ापे की लाठी,
पुरानी पेंसन हो बहाल।
बढ़े शिक्षक कर्मचारी की कद-काठी,
हो शिक्षक कर्मचारी निहाल।
इस नव वर्ष में...।
नन्द लाल शर्मा, प्रधानाध्यापक
प्रावि तेतरा, सीयर-बलिया
राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त शिक्षक
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