बलिया : बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारियों को डीएम ने दिये यह निर्देश, ARP और शिक्षा संकुल की बढ़ेगी जिम्मेदारी
Ballia News : जिलाधिकारी रविंद्र कुमार स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन को लेकर काफी गंभीर है। बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि मध्याह्न भोजन योजना के तहत बनने वाले भोजन की गुणवत्ता और मानक सरकारी मानक के अनुसार होने चाहिए। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि शिकायत संबंधित जो भी चिट्ठी आपके पास भेजी जाती है, उसकी सही से जांच नहीं करते हैं। कहा कि मध्यान्ह भोजन योजना की कोई भी रिपोर्ट सही तरीके से पुट अप नहीं होती है।
डीएम ने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूल के अध्यापकों के माध्यम से बच्चों में साफ सफाई की आदत संबंधी जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। प्रत्येक खंड शिक्षा अधिकारियों से पूछा कि आपके यहां कितने स्कूल हैं और आपने कितने स्कूलों का निरीक्षण किया। डीएम ने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान जो भी शिक्षक अनुपस्थित पाया जाता है, उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें।
समीक्षा के दौरान कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को मॉडल स्कूल बनाने के लिए डीएम ने विशेष जोर दिया। कहा कि खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा एक टीम बनाकर अच्छे स्कूल बनाने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। इसमें जो बढ़िया प्रदर्शन करेगा, उसको प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। उन्होंने खानापूर्ति की टेंडर प्रक्रिया अभी नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की। कायाकल्प और निपुण योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने पाया कि 2250 प्राथमिक विद्यालय में से 1456 प्राथमिक विद्यालयों को दिसंबर तक निपुण योजना के अंतर्गत लाना है।
इस समय 160 के आसपास विद्यालय निपुण के अंतर्गत है। बेलहरी और दुबहर में इनकी संख्या जीरो है। कायाकल्प योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत निधि से बच्चों की मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति हो रही है। एआरपी और शिक्षा संकुल के माध्यम से ही इन योजनाओं का कार्यान्वयन किया जाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह व खंड शिक्षा अधिकारी मौजूद रहे।
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