अपराध नियंत्रण पर बलिया एसपी का नया प्लान : थाना समाधान दिवस पर अब ऐसे निस्तारित होंगे मामले, CO ने दी जानकरी
बांसडीह, बलिया : छोटे मोटे भूमि विवादों की उपज बड़ी हिंसक घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम के लिए नवागत पुलिस अधीक्षक ने बड़ी पहल की है। भूमि विवादों में किसी भी प्रकार की बड़ी हिंसक घटनाओं से बचने के लिए बीट स्तर पर ही समस्या का समाधान करने पर जोर के साथ ही अपराध नियंत्रण पर प्रभावी रोकथाम को लेकर नवागत कप्तान देवरंजन वर्मा के निर्देशानुसार शनिवार से समाधान दिवस के आयोजन के साथ ही पुलिसिया कार्यवाही भी काफी हद तक बदली नजर आयेगी।
क्षेत्राधिकारी बांसडीह प्रभात कुमार ने विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी निर्देश में यह स्पष्ट किया गया है कि अब थानों में हल्के की पहचान उसका नंबर नहीं, बल्कि नाम से होगा। अब तक थानों के हल्के हल्का नंबर दो, तीन, चार आदि नाम से जाने वाले हलकों का अब नया नामकरण कर दिया जायेगा।
थाने में अब तक समाधान दिवस पर भूमि संबंधी विवाद के मामले आने पर मामले को सुनकर टीम गठित की जाती थी। इस व्यवस्था को पुलिस अधीक्षक द्वारा बदल दिया गया है। इसे लेकर पुलिस अधीक्षक ने निर्देश जारी किया है कि हल्के के सिपाही, दारोगा व स्थानीय लेखपाल अपने आप में एक टीम हैं। ये अपने हल्के के सभी मामलों को स्वयं की देखरेख में राजस्व संबंधित/भूमि विवाद के मामले निस्तारित करेंगे।
पुलिस कप्तान द्वारा विवाद के निस्तारण को क्रमवार वितरित करने को लेकर निर्देश दिया गया है कि हल्के के सिपाही व दारोगा के नियंत्रण से बाहर का विवाद थानेदार व तहसीलदार की संयुक्त टीम द्वारा किया जायेगा। वही यदि उनसे भी मामले का निस्तारण नही हुआ तो प्रकरण को सीओ और एसडीएम स्तर से निस्तारित किया जायेगा।
इसके बाद भी आवश्यक हुआ तो उक्त प्रकरण को एसपी व डीएम स्तर से निस्तारित किया जायेगा। वही कोई भी घटना सामने आने के बाद यदि किसी स्तर से उसके निस्तारण में लापरवाही प्रतीत होती है और विवाद बढ़कर फौजदारी की शक्ल अख्तियार करता है तो संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ कारवाई की जाएगी।
यदि लेखपालों व राजस्वकर्मी की लापरवाही मिली तो उनके खिलाफ जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जायेगी। समाधान दिवस पर थाने पर हल्कावार अलग अलग टेबल लगेगी, जिसमें जिस हल्के का मामला वहां पंहुचेगा उसे उसी हल्के के टेबल पर भेजकर वहीं से निस्तारित किया जायेगा। इस पूरे कारवाई की डॉक्यूमेंटेशन होगी, जिसकी हल्कावार अलग अलग फाइल बनायी जायेगी। जिसे पीडीएफ फाइल के रूप में सुरक्षित किया जाएगा। जिसका उपयोग पुलिस अपनी आवश्यकतानुसार अपराध नियंत्रण की प्रक्रिया में संबंधित लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करने के साथ आगामी चुनाव में भी अपराध पर अंकुश लगाने के लिये प्रयोग करेगी।
पुलिस अधीक्षक का यह नया माडल समूचे जनपद में लागू हो गया है। इस संबंध में सीओ बांसडीह प्रभात कुमार ने बताया कि सर्किल में सभी थानों पर पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार नया माडल लागू कर दिया गया है, जिसका आने वाले समय में पुलिस द्वारा पूरी तरह अनुपालन किया जायेगा।
विजय कुमार गुप्ता
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