Ballia News : घाघरा में डूबे दो बालकों में एक का मिला शव, पहुंचे डीएम
बांसडीह, बलिया। घाघरा नदी में बुधवार की सायं स्नान के दौरान डूबे दो बालकों में से एक का शव शुक्रवार को जयनगर घाट किनारे मिल गया। वहीं, दूसरे बालक का कुछ पता नहीं चल पाया। घटनास्थल पर पहुंचे डीएम रविन्द्र कुमार ने एनडीआरएफ की टीम से रेस्क्यू अभियान के बारे में जानकारी ली। वहीं, घाघरा तट पर भारी संख्या में जुटे ग्रामीण दूसरे बालक को खोजने का प्रयास करते रहे।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने एनडीआरएफ टीम के निरीक्षक से घटना तथा आपरेशन अभियान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने एसडीएम राजेश गुप्ता व प्रधान सुग्रीव यादव से भी घटना व परिवार के बारे में पूछताछ की। एसडीएम व प्रधान को दोनों परिवार की यथासंभव मदद का निर्देश दिया।
सुल्तानपुर गांव के टोलापर मुहल्ला निवासी मंहथ यादव का 11 वर्षीय पुत्र विकास यादव तथा विश्वकर्मा राजभर का 10 वर्षीय पुुुत्र रवि राजभर बाढ़ की पानी में स्नान के दौरान डूब गये थे। एनडीआरएफ शुक्रवार को रवि राजभर को खोजने का प्रयास कर रही है। विकास यादव के मिले शव को भी मछली व जलजीव पानी में करीब 40 घंटे रहने से क्षत-विक्षत कर दिये थे। शव देखकर विकास यादव के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था।
कोतवाल योगेन्द्र प्रसाद सिंह ने विकास यादव के शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया। मौके पर एसडीएम राजेश गुप्ता, सीओ एस एन वैश्य, तहसीलदार निखिल शुक्ल,कोतवाल योगेन्द्र प्रसाद सिंह, प्रधान सुग्रीव यादव, संजय परिहार, लेखपाल नवनीत खरवार सहित अन्य ने बालकों के परिजनों को सांत्वना दी।
आपदा प्रबंधन कोष से मिलेगी सहायता राशि
डीएम रविन्द्र कुमार ने एसडीएम बांसडीह राजेश गुप्ता को बालकों के शव मिल जाने के बाद कागजी कार्रवाई पूरी कर आपदा प्रबंधन कोष से प्रत्येक परिवार को चार लाख रूपये की सहायता राशि देने का निर्देश दिया। एसडीएम ने बताया की विकास यादव का शव मिल गया हैं। कागजी कार्यवाही पूरी की जा रही हैं। शीघ्र उन्हें सहायता राशि दी जाएगी। एसडीएम ने बताया कि दूसरे बालक की खोजबीन की जा रही हैं।
डीएम ने किया कटान का निरीक्षण
डीएम रविन्द्र कुमार ने दियरांचल के सुल्तानपुर में घाघरा नदी से हो रहे कटान का निरीक्षण किया। डीएम ने ग्राम प्रधान सुग्रीव यादव से बाढ़ व कटान की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी ली। ग्राम प्रधान ने बताया कि प्रत्येक वर्ष लगभग एक किलोमीटर का खेती की जमीन बाढ़ की कटान से पानी में समाहित हो जाता है। बाढ़ का पानी रिंग बांध तक पहुंच जाता है। डीएम ने ग्राम प्रधान को बाढ़ के दौरान शासन स्तर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
विजय कुमार गुप्ता
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