अंगीठी बनी काल : मौत की नींद सो गए मासूम भाई-बहन, माता-पिता की हालत गंभीर
लखीमपुर-खीरी : सर्दी से बचने के लिए कमरे में घर में जल रही अंगीठी एक परिवार के लिए काल बन गई। कमरे में धुआं भरने से सो रहा परिवार ऑक्सीजन न मिलने से बेसुध हो गया। सुबह पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो दम घुटने से भाई-बहन की मौत हो चुकी थी, जबकि दंपति की हालत गंभीर होने पर उन्हें अस्पताल भिजवाया गया है।
थाना व कस्बा मैलानी के मोहल्ला वार्ड नं. 12 निवासी रमेश (40) व उनकी पत्नी रेनू (38) अपने सात वर्षीय पुत्र कृष्णा व आठ वर्षीय पुत्री अंशिका के साथ कमरे में सोए हुए थे। सुबह जब काफी देर तक उनका दरवाजा नहीं खुला तो आसपास के लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो कमरे में धुएं का गुबार भरा हुआ था। पति-पत्नी व बच्चे मूर्छित अवस्था मे पड़े हुए थे। घटना की सूचना पुलिस सहित एम्बुलेंस को दी गयी।
सूचना पर पहुंची पुलिस व स्वास्थ्य कर्मियों ने परीक्षण किया तो कृष्णा व अंशिका की मौत हो चुकी थी, जबकि रेनू व रमेश की हालत गंभीर बनी हुई थी। आनन-फानन में पुलिस ने रेनू व रमेश को जिला अस्पताल भिजवाया, जबकि बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पड़ोसियों ने बताया कि सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाई गई थी। दरवाजा बंद होने के कारण धुआं निकलने का कोई दूसरा स्थान भी नहीं था, जिससे कमरे में धुआं भर गया और दम घुटने से दोनों बच्चों की मौत हो गई।
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