सिकन्दरपुर, बलिया। श्री हनुमत दिग्विजय रथयात्रा के साथ फूलों की नगरी सिकन्दरपुर में पधारे शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनन्द स्वरूप ने शुक्रवार को चतुर्भुज नाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ का दर्शन पूजन किया। तत्पश्चात मंदिर के पुजारी महेंद्र नाथ तिवारी को रामचरित मानस की प्रति भेंट कर स्थानीय लोगों से अनुरोध किया कि आज से सिकंदरपुर को चतुर्भुज नगर से जाना जाएगा।
कुछ आततायियों ने भारतीय सभ्यता और संस्कृति को छिन्न भिन्न करने के उद्देश्य से ही पौराणिक व ऐतिहासिक धरोहरों को तहस नहस कर नया नाम करण किया ताकि भावी पीढ़ी को मूल संस्कृति से काट कर दिग्भ्रमित किया जा सके। लेकिन 21वीं सदी का युवा उनके कुचक्रों को भेद कर अपनी मूल सनातनी परंपरा को कायम करने को निकल चुका है। इसे रोक पाना संभव नहीं है।
इसके पूर्व गुरुवार शाम को स्थानीय चौराहे पर पहुंची रथयात्रा का भाजपा कार्यकर्ताओं सहित सैकड़ों लोगों ने जोरदार स्वागत किया। श्री हनुमत दिग्विजय रथ मनियर से चल कर बहदुरा, निपनिया, काजीपुर, शेखपुर होते हुए जैसे ही नगर क्षेत्र में प्रवेश किया पहले से प्रतीक्षारत लोगों ने जगह जगह उसका स्वागत किया और गगन भेदी नारे लगाए।
देर शाम तक नगर भ्रमण के बाद रथ यात्रा में शामिल लोगों ने स्थानीय आदित्य पैलेस में रात्रि विश्राम किया। जहां पूरी रात भजन कीर्तन का कार्यक्रम चला। उधर शुक्रवार को पूर्वाह्न 11 बजे रथयात्रा दादर, एकइल, लखनापर, बिच्छीबोझ, बहेरी, खेजुरी, खरसड़ा, पचखोरा व रतसड़ होते हुए पूर पकड़ी पहुंचेगी। इस मौके पर जयराम पाण्डेय, आकाश तिवारी, डब्लू पाण्डेय, अंजनी यादव, सौरभ तिवारी, आर्दश पांडेय, मुकुल पाण्डेय, मोहन श्रीवास्तव, विशाल, अनुज पाठक आदि मौजूद रहे।
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