बलिया। संत यती नाथ स्टेडियम सुखपुरा में आयोजित स्वतंत्रता सेनानी शिवपूजन सिंह स्मृति फुटबॉल प्रतियोगिता का समापन शुक्रवार को हो गया। रोमांच से भरपूर फाइनल मुकाबले में 90 मिनट तक दोनों टीमों ने बेहतरीन मूव बनाते हुए बॉल को गोल के अंदर डालने की काफी कोशिशें की, लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई। दर्शकों से खचाखच भरे मैदान में सोनपा और खैराबाद की टीम को निर्धारित समय में गोल नहीं कर पाने के कारण निर्णायक मंडल ने 15-15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया, लेकिन अतिरिक्त समय में भी स्कोर शिफर ही रहा। फिर ट्राई मुकाबले का निर्णय हुआ।
ट्राईबेकर में सोनपा बिहार के गोलकीपर ने शानदार तरीके से गोल का बचाव किया। इस तरह सोनपा बिहार ने 3-2 के अंतर से खिताब को अपने नाम कर लिया। वहीं, महिला मुकाबले में ज्ञानकुंज एकेडमी बंशी बाजार, बलिया ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 23वें मिनट में बलिया की सोनी ने शानदार गोल कर 1-0 से बढत बना ली। मिर्जापुर की खिलाडी जवाबी आक्रमण तो किये, लेकिन उनका प्रयास गोल में नहीं बदल पाया। निर्धारित समय में चलते हुए बलिया ने 1-0 से मैच जीत कर खिताब अपने नाम कर लिया। 11 नंबर जर्सी ज्ञानकुंज एकेडमी की पिंकी ने 10 मीटर की दूरी से गोल मारकर सबको हतप्रभ कर दिया। बता दे कि ज्ञानकुंज एकेडमी बंशी बाजार की महिला टीम में बलिया की उदीयमान खिलाड़ी पिंकी राष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाई है। मुख्य निर्णायक की भूमिका में विरेन्द्र सिंह अकेला तथा उद्घघोषक के रुप में कमलेश मिश्र, राणा सिंह व प्रदीप यादव रहे।
वितरण समारोह को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि अनिल सिंह (कार्यपरिषद सदस्य लखनऊ विश्वविद्यालय, गोरखपुर विश्वविद्यालय) ने कहा सेनानी शिवपूजन सिंह 'नेताजी' के नाम पर आयोजित यह फुटबाल प्रतियोगिता काफी कुछ संदेश देने वाली रही। नेता जी नेक दिल इंसान थे। आजादी में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे न सिर्फ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, बल्कि कर्मठ समाज सेवी भी थे। उन्होंने बलिया में दर्जनों विद्यालयों का निर्माण कराया, ताकि बच्चों को अच्छी तालीम मिल सकें। नेता जी स्वाभिमानी नेता थे। एक बार विधानसभा चुनाव में उनको टिकट नहीं मिला तो चित्तू पांडेय के खिलाफ ही ताल ठोक दिये थे।
पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने कहा कि सेनानी की याद में विश्व का सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल का आयोजन बहुत ही सराहनीय कदम है। फुटबॉल खेल न सिर्फ खेल आपसी भाई चारा को बढ़ाता है, बल्कि सभी मतभेदों को भी भुला देता है। ज्ञान कुंज एकेडमी बंशी बाजार के निदेशक देवेन्द्र सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों में अद्भुत प्रतिभा समाहित है। प्रतियोगिता में खिलाड़ियों की खेल क्षमता ने यह साबित कर दिया कि ये आज नहीं तो कल राष्द्रीय फलक पर अपनी चमक बिखेरेंगे। डिप्टी कमिश्नर विजयपाल सिंह, विजय शंकर सिंह, राजनारायण सिंह, डा विनय सिंह, बांसडीह विधायक केतकी सिंह के प्रतिनिधि गुड्डु सिंह व रामाशंकर यादव ने कहा कि ऐसे शानदार आयोजन से ग्रामीण खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा मौका मिलता है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है, जिसका प्रत्यक्ष नजारा इस प्रतियोगिता में देखने को मिला। सभी ने बधाई देते हुए आयोजन मंडल की ऊंची सोच की सराहना की। आयोजक मंडल में जिले के प्रथम नवाचारी शिक्षक उमेश सिंह, सुखपुरा प्रधान अभिमन्यु चौहान, अजयपाल सिंह, चन्द्रपाल सिंह, उपेन्द्र कुमार, राकेश कुमार सिंह मुन्ना, अजय सिंह, राजेश सिंह, जितेन्द्र प्रताप सिंह अध्यक्ष प्राशिसं बेरुआरबारी, फिरोज आलम, रुस्तम अल्ली, छबिला यादव, आकाश सिंह, टोनी सिंह, गोलू सिंह शामिल रहे। संचालन उपेन्द्र सिंह व सभी के प्रति उमेश सिंह ने आभार व्यक्त किया।
मनभावन दृश्य, हजारों लोगों ने एक साथ किया राष्ट्रगान
स्वतंत्रता सेनानी शिवपूजन सिंह स्मृति फुटबॉल प्रतियोगिता में आजादी के अमृत महोत्सव का अद्भूत नजारा दिखा। प्रतियोगिता को यादगार बनाने के लिए स्टेडियम में मौजूद हजारों लोगों ने एक साथ राष्ट्रगान गाया। 'जन गण मन' से संत यती नाथ स्टेडियम सुखपुरा के आसपास का इलाका गूंज उठा।
विजेता व उप विजेता महिला टीमों को दिया 11-11 हजार रुपए का पुरस्कार
ज्ञान कुंज एकेडमी बंशी बाजार के निदेशक देवेन्द्र सिंह ने खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि आपमें असीम उर्जा है। आप देश के भविष्य हैं। कहा कि जनपद में खेल वर्धन के लिए जो भी करना होगा, मैं करूंगा। इसके साथ ही उन्होंने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए विजेता व उप विजेता महिला टीमों को 11-11 हजार रुपए का पुरस्कार प्रदान किया।
नवाचारी शिक्षक की सोच को ग्राम पंचायत सुखपुरा ने दी उड़ान
बलिया बेसिक शिक्षा में नवाचार की शुरूआत करने वाले शिक्षक उमेश सिंह की सोच के अनुरूप ग्राम सभा सुखपुरा ने खेल को बढ़ावा देने के लिए स्वतंत्रता सेनानी शिवपूजन सिंह स्मृति फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन पर अच्छी पहल की। ग्राम सभा ने खेल भावना विकसित करने के लिए 251 बच्चो को खेल किट प्रदान किया। उमेश सिंह ने कहा कि खेल न केवल हमें स्वास्थ्य प्रदान करते हैं, बल्कि मन को शांति भी देते हैं। इससे हम चुनौतियों का सामना धैर्य से कर पाते हैं। जरूरत है, खेलों को प्रोत्साहन देने की। रुचि जागृत करने की, ताकि गांव के खिलाड़ी विश्व स्तर पर कीर्तिमान कायम कर सकें।
0 Comments