बलिया। महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय समग्र शिक्षा लखनऊ के आदेश के क्रम में विद्यालयों के नियमित निरीक्षण एवं अनुश्रवण के दौरान अनुपस्थित 167 शिक्षकों का वेतन बीएसए मनिराम सिंह काटते हुए स्पष्टीकरण तलब किया है। ये सभी शिक्षक खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयकों द्वारा किये गये निरीक्षण के दौरान बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये गये है, जिनका विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अंकित है। बीएसए की इस कार्रवाई से विभागीय गलियारे में हड़कम्प मच गया है।
बता दें कि बुनियादी शिक्षा की बेहतरी के लिए प्रदेश सरकार तमाम कोशिशें कर रही है। समय-समय पर परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण अधिकारी करते रहते है। बावजूद इसके शिक्षक 'बंक' मार ही दे रहे है, जिसका खुलासा प्रेरणा पोर्टल से होने के बाद बीएसए मनिराम सिंह ने कड़ा एक्शन लिया है। बीएसए ने कहा है कि निरीक्षण के दौरान अध्यापक, शिक्षामित्र व अनुदेशक का अपने विद्यालय से अनुपस्थित पाया जाना, उनकी अनुशासनहीनता, उच्चाधिकारियों के आदेशों-निर्देशों की अवहेलना तथा कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में की गयी घोर लापरवाही को प्रदर्शित करता है। यह किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है, क्योंकि यह कृत्य विभागीय छवि को धूमिल करना है।
बीएसए ने अनुशासनहीनता, उच्चाधिकारियों के आदेशों / निर्देशों की अवहेलना तथा दायित्वों के निर्वहन में की गयी घोर लापरवाही के दृष्टिगत अनुपस्थित 167 अध्यापक, शिक्षामित्र व अनुदेशक का अनुपस्थिति के दिन का वेतन-मानदेय काट दिया है। साथ ही उन्हें निर्देशित किया है कि अपनी अनुपस्थिति के सम्बन्ध में साक्ष्यमय स्पष्टीकरण 07 दिवस के अन्दर खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। अन्यथा की दशा में उनके विरूद्ध विभागीय नियमों के तहत कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही पारित कर दी जायेगी।
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