बैरिया, बलिया। गांव में नये मंदिर स्थापना के साथ नागरिकों को यह भी जिम्मेदारी रखनी चाहिए कि पुराने मन्दिर में समय से पूजा-पाठ व वर्ष में विभिन्न प्रकार के आध्यात्मिक अनुष्ठानों का कार्यक्रम चलता रहे। संकीर्तन, श्रीरामचरितमानस, श्री हनुमान चालीसा अथवा अन्यान्य वैदिक अनुष्ठानों से गांव के प्रत्येक नागरिक को सुख, संमृद्धि और अच्छे संस्कार प्राप्त होता है।
उक्त आध्यात्मिक वाक्य देश के माने-जाने संत स्वामी हरिहरानंद जी के है, जो कर्णछपरा (शिवमंदिर) में पांच दिवसीय प्रतिष्ठात्मक शतचण्डी महायज्ञ में नव निर्मित मां दुर्गा प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा कर हजारों श्रद्धालुओं को सम्बोधित कर रहे थे। कहा कि किसी भी यज्ञ अथवा धार्मिक अनुष्ठानों से प्रकृति व वायुमण्डल का सुद्धिकारण होता है और देवी-देवताओं को भी ऊर्जा प्राप्त होती है। स्वामी जी ने कहा कि व्यक्ति हरि नाम संकीर्तन द्वारा अपने सुख, संवृद्धि, निरोग काया और सम्पूर्ण इच्छाओं की पूर्ति कर सकता है।
विभिन्न गांवों में संकीर्तन के घटते स्वरूप से आहत स्वामी हरिहरानंद जी ने घोषणा किया कि वे 17 फरवरी से अपने भोजन का परित्याग कर देंगे। स्वामी जी की इस घोषणा से उपस्थित सैकड़ों धर्मानुरागी भक्त मर्माहत हो उठे और दोनों हाथ उठा कर स्वामी जी से याचना किया कि वे ऐसा संकल्प न लें। ग्रामीणों ने मन्दिर पर फिलहाल सवा महीना का संकीर्तन करने का संकल्प लिया। पांच दिवसीय प्रतिष्ठात्मक शतचण्डी महायज्ञ के पूर्णाहुति के अवसर पर स्वामी हरिहरानंद जी ने वैदिक मंत्रोंच्चारण के बीच अपने अगूँठे से माता का अभिषेक कर प्राणप्रतिष्ठा किया और माता का नामकरण हरेश्ववरी भवानी किया।
इस अवसर पर यज्ञाचार्य पं. सुदामा दुवे, घनश्याम मिश्र, ददन पाण्डेय, सुभाष उपाध्याय, राघवेंद्र पाण्डेय, विश्वनाथ मिश्र, पवन तिवारी, श्रीराम दुवे, कमलेश दुवे, अंकित पाण्डेय तथा प्रशांत मिश्र ने वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया। यज्ञ के यजमान रामाधार सिंह, शैलेश सिंह, राजेन्द्र सिंह, वीरेन्द्र सिंह, शैलेन्द्र गुप्ता, श्यामदेव सिंह, अनिल सिंह, उपेंद्र सिंह, दिग्विजय सिंह पप्पू, शनि सिंह, अशोक सिंह, संजीव सिंह, राजकुमार ठाकुर, अरविंद सिंह, संजीव सिंह, काशीनाथ सिंह, राजकुमार बारी, नागेंद्र सिंह, दिनेश सिंह, रमेश सिंह, उमेश सिंह, झुन्नू सिंह, महीप सिंह, ब्रजेश सिंह तथा आरडी सर सहित 26 यजमानों ने आध्यात्मिक अनुष्ठान की पूर्ति की।
मां हरेश्ववरी भवानी के प्राण प्रतिष्ठा में पूर्व प्रधान संजय सिंह चौहान, अमर सिंह, धनंजय सिंह, राजू सिंह वकील, विजय सिंह, अनीश सिंह, बबलू सिंह, हाथी सिंह तथा रमेश सिंह आदि हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। उपस्थित समूह द्वारा माता हरेश्ववरी भवानी के गगनभेदी जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
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