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एसडीएम की पहल का शानदार रंग : ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को लेकर बलिया के काश्तकारों में उत्साह


शिवदयाल पांडेय मनन
बैरिया, बलिया। इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) को मजबूत करने के लिए यूपी में सड़कों और एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाया जा रहा है। इसी क्रम में गाजीपुर से बलिया तक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे (Greenfield Expressway) की सौगात मिली है। यह ग्रीन एक्सप्रेस-वे सरकार व प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकता में है। बलिया से लखनऊ, दिल्ली और बिहार तक कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए काश्तकार खुशी-खुशी जमीन का बैनामा कर रहे है। 

बैरिया तहसील क्षेत्र के काश्तकार न सिर्फ जमीन का बैनामा करने के लिए उत्साहित है, बल्कि उनमें इस ड्रीम प्रोजेक्ट के प्रति अपनत्व व तेजी भी दिख रही है। तहसील परिसर में काश्तकार काफी संख्या में बैनामा कराने के लिए उपस्थित हो रहे हैं। मंगलवार को बैरिया तहसील अंतर्गत 2 हेक्टेयर का बैनामा कराया गया। उप जिलाधिकारी आत्रेय मिश्र ने बताया कि बैनामा के क्रम में सोमवार को भी 2 हेक्टेयर का बैनामा कराया गया था। तहसील बैरिया ग्रीन फील्ड परियोजना अंतर्गत 134 हेक्टेयर भूमि क्रय की जानी है, जिसमें 37 हेक्टेयर भूमि कस्तकारो से, 36 हेक्टेयर सरकारी भूमि इस तरह कुल 73 हेक्टेयर भूमि क्रय की जा चुकी है। क्षेत्रीय लेखपाल लक्ष्मण गुप्ता द्वारा बताया गया कि मौजा सोनबरसा में लक्ष्य के सापेक्ष 80 फीसदी भूमि का बैनामा करा लिया गया है। इसी तरह क्षेत्रीय लेखपाल रामप्रताप राम द्वारा बताया गया कि मौजा रामपुर व केवा में 75 फीसदी भूमि का बैनामा करा लिया गया है। 

उप जिलाधिकारी बैरिया न्यायालय, तहसीलदार बैरिया न्यायालय व नायब तहसीलदार बैरिया सुरेमनपुर न्यायलय में जो भी वाद ग्रीन फील्ड की भूमि के संबंध में चल रहे हैं, उन्हें शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जा रहा है। जो भी काश्तकार बाहर रह रहे हैं, उन्हें भी बुला कर समुचित ढंग से बैनामा कराया जा रहा है। नायब तहसीलदार सुरेमनपुर अजय सिंह को बैनामे की प्रक्रिया  की देखरेख के लिए ऑल ओवर इंचार्ज नियुक्त किया गया है। काश्तकारों की सहूलियत के लिए यातायात की व्यवस्था यथा ई-रिक्शा, बोलेरो व टेंपो की व्यवस्था की गई है। अब तक कुल 900 काश्तकारों से भूमि क्रय की  जा चुकी है, जिसमें 850 काश्तकारों की धनराशि का  भुगतान भी किया जा चुका है।

एसडीएम न स्पष्ट किया है कि ग्रीन फील्ड परियोजना तहसील बैरिया के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे बैरिया भी बड़े-बड़े महानगरों (वाराणसी, दिल्ली, लखनऊ आदि) शहरों से यातायात की व्यवस्था सुलभ हो जाएगी। वही विकास के नए द्वार खुलेंगे। एसडीएम ने तहसील बैरिया क्षेत्र के जो भी बचे हुए कस्तकार है, उनसे अपील किया है कि अन्य काश्तकारों की तरह यथाशीघ्र ग्रीनफील्ड परियोजना के लिए बैनामा कराएं और जनपद के विकास के लिए इस नई इबारत लिखने में भागीदार बने।

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