बलिया। लोक विधा सम्मान 2021 (गोपालगंज), यूथ आइकन सम्मान-2019 (गोरखपुर), गिरिजा देवी सम्मान 2020, आपन माटी सम्मान के साथ ही कुम्भ मेला में संस्कृति मंत्रालय से सम्मानित हो चुकी युवा लोक गायिका अनुभा राय को कला जगत का सर्वोच्च 'उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार-2019' से नवाजा गया है।बुधवार को नयी दिल्ली में आयोजित समारोह में केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अनुभा राय को प्रशस्ति पत्र भेंट किया। उनके साथ संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा भी थीं।
मूल रूप से जिले के रूद्रवार निवासी अनुभा राय अपने परिवार के साथ शहर के बहादुरपुर में रहती हैं। भोजपुरी में बढ़ती अश्लीलता व द्विअर्थी गीतों के बीच अनुभा ने पारम्परिक गीतों व लोक विधाओं को अपने गीतों के माध्यम से न सिर्फ सींचा है, बल्कि आम जनमानस, खासकर युवा पीढ़ी तक पहुंचाने में खास भूमिका भी निभा रहीं है। विभिन्न मंचों व सोशल प्लेटफार्म के जरिए अनुभा की मुहिम लगातार जारी है। अपनी गीत संगीत के जरिये जन-जन तक भोजपुरी की मिठास पहुंचाने में जुटी अनुभा को संगीत नाटक अकादमी की ओर से कला जगत का सर्वोच्च युवा पुरस्कार मिला, उनके फैंस व शुभचिंतकों में खुशी की लहर दौड़ गयी।
चौथी कक्षा में ही निखरने लगी थी संगीत की प्रतिभा
अनुभा की प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर से हुई।चौथी कक्षा में ही संगीत आचार्य गोपाल ने अनुभा की गायन प्रतिभा को न सिर्फ पहचाना, बल्कि उनको संगीत के क्षेत्र में बढ़ने के लिए प्रेरित किया। वहीं, अपनी बिटिया की प्रतिभा को निखारने में अधिवक्ता पिता अजय राय व मां आभा राय ने हर मोड़ पर मजबूती से साथ दिया। संगीत की प्रारंभिक शिक्षा जिले के ही संगीत अध्यापक अरविंद उपाध्याय के सानिध्य में हासिल करने के बाद अनुभा ने प्रयाग संगीत समिति से प्रभाकर की डिग्री ली। फिर, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी से स्नातक तथा इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से परा स्नातक की डिग्री हासिल की है। स्कूली प्रतियोगिताओं से शुरू हुई अनुभा की संगीत यात्रा को तब बड़ा फलक मिला, जब इनका चयन भोजपुरी रिएलिटी शो 'चल बलिए' सुरक्षेत्र में हुआ, जहां वह रनर बनीं।
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