बैरिया, बलिया। गंगा उस पार भुआल छपरा गोलीकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बैरिया पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। लेकिन दो आरोपियों के अलावा किसी तीसरे की गिरफ्तारी में पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है। दोनों पक्षों से क्रमशः बरमेश्वर मिश्रा व कौशल ठाकुर को गुरुवार को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय के सुपुर्द कर दिया था। दोनों पक्षों के 10 लोगों को इस गोलीकांड में एक दूसरे के तहरीर पर आरोपी बनाया गया है। इन पर हत्या के प्रयास बलवा व नुकसान का मुकदमा दर्ज है।
एसएचओ धर्मवीर सिंह के अनुसार फायरिंग में प्रयुक्त हथियार को बरामद करने का प्रयास जारी है। सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हैं। वही भुआल छपरा गांव में बैरिया पुलिस की एक टीम कैम्प कर रही है। एसएचओ ने बताया कि इस गांव में फसल कटाई तक पीएसी भी तैनात की जाएगी। इस घटना के पीछे सूखी लकड़ी एक बहाना था। दोनों पक्षों में भूमि विवाद को लेकर काफी दिनों से तनाव चल रहा था। जिसके परिणीति बुधवार को उभय पक्षों में मारपीट व फायरिंग से हुई।
यही नहीं नौरंगा, भुआल छपरा, चक्की नौरंगा, उदई छपरा के डेरा सहित आधा दर्जन गांवों में असलहो की जांच की योजना भी पुलिस की है। गंगा पार के गांव में भारी संख्या में लोगों के पास लाइसेंसी असलहा है, जिनकी वैधता व लाइसेंस की जांच जनहित मे क्षेत्रीय लोग आवश्यक बता रहे हैं।
ग्रामीणों की मानें तो नौरंगा में जब तक पुलिस चौकी थी, कानून और व्यवस्था की स्थिति बेहतर थी। किंतु 2012 में यहां से पुलिस चौकी हटाए जाने के बाद जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कानून पूरी तरह से चरितार्थ हो गई है। बिहार की सीमा पर बसे इस गांव में राह घाट की दुरूहता पुलिस के लिए परेशानी का सबब है। एसएचओ की मानें तो जल्दी सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। उनके असलहो के लाइसेंस निरस्त कराए जाएंगे। जरूरी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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