हालिया मामला दिव्यांगों को मिलने वाली मोटराइज्ड ट्राई साइकिल वितरण से संबंधित है। इन दिनों जिले के सैकड़ों दिव्यांग को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल दिलाने के नाम पर ठगी करने का खेल चल रहा है। गिरोह बनाकर दलाल लाभार्थियों को फोन कर अपने झांसे में लेकर आठ से दस हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। ऐसा ही धोखाधड़ी करने का एक मामला गुरुवार को सामने आया।
दलाल ने फोन कर मांगा आठ हजार रुपए
वायरल आडियो के मुताबिक, बेलहरी ब्लॉक अंतर्गत हल्दी निवासी दिव्यांग राजिंद्र कुमार पुत्र भिखारी राम को एक व्यक्ति ने फोन किया। पूछने पर अपना नाम शंभू कुमार व पता बिगही बताया। शंभू कुमार ने फोन के जरिये बैटरी चालित ट्राई साइकिल के लिए आवेदन करने की जानकारी दी और साइकिल कन्फर्म करने के लिए 8000 रुपए वहन करने की बात कही। बातचीत के दौरान व्यक्ति ने बताया की बिना पैसे का भुगतान किए साइकिल मिल नही पाएगी। फोन कर्ता का यह भी कहना था कि यदि आप सहमति नही देते हैं तो अन्य आवेदक को देखेंगे। आप के अलावा हल्दी से एक दूसरा आवेदक तज्जमुल हुसैन भी है। उधर दिव्यांग युवक ने फोन करने वाले से पद पूछा तो उसका कहना था कि साहब डायरेक्ट डील नहीं करते। हम लोग साईड से पुख्ता काम करते हैं। बहरहाल ट्राई साइकिल के नाम पर की जा रही धन उगाही ने विभागीय मिलीभगत की पोल खोल दी है।
उधर, अखिल भारतीय दिव्यांग संगठन के मुरलीछपरा ब्लॉक अध्यक्ष अभिषेक कुमार सिंह गौतम ने एक वीडियो जारी कर दिव्यांग विभाग के ऊपर ही आरोप लगा दिया। कहा कि विभाग के ही कुछ गुप्त लोग नंबर बदल कर लाभार्थियों से फोन कर आठ से दस हजार रुपए की मांग कर रहे हैं।
धोखाधड़ी से बचने के लिए विभाग जारी करेगा नंबर
जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी एके गौतम से जब इस बाबत पूछा गया तो उनका कहना था कि यह योजना पूर्णतया नि:शुल्क है। जिले में कुल 140 दिव्यांगों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल उपलब्ध कराना है। इसके बदले में पैसे मांगने वाले उक्त ऑडियो की जांच कराकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। साथ ही बताया कि शुक्रवार को विभाग द्वारा एक नंबर जारी कर दिया जाएगा, जिस पर ऐसी कोई शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
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