मनहरण घनाक्षरी
शुभ्र वर्ण श्वेत वस्त्र, श्वेत पुष्प श्वेत हंस,
मातु विद्या प्रदायिनी,
सरस्वती नाम है।
पुण्य कर्म कृत्य सदा, वागेश्वरी महाभद्रा,
ज्ञानमुद्रा कर्मफला,
स्वर्ग तेरा धाम है।
प्राप्त शब्द ज्ञान करें, हृदय में भाव भरें,
आकर्षक प्यारा स्वर,
उत्तम ये काम है।
सृजन सार्थक करें, स्तुति मात नित्य करें,
मृदुल वचन तृप्त,
यही अभिराम है।
शुभ्र वर्ण श्वेत वस्त्र, श्वेत पुष्प श्वेत हंस,
मातु विद्या प्रदायिनी,
सरस्वती नाम है।
पुण्य कर्म कृत्य सदा, वागेश्वरी महाभद्रा,
ज्ञानमुद्रा कर्मफला,
स्वर्ग तेरा धाम है।
प्राप्त शब्द ज्ञान करें, हृदय में भाव भरें,
आकर्षक प्यारा स्वर,
उत्तम ये काम है।
सृजन सार्थक करें, स्तुति मात नित्य करें,
मृदुल वचन तृप्त,
यही अभिराम है।
स्मिता सिंह, शिक्षक
शिक्षा क्षेत्र मुरलीछपरा, बलिया
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