बैरिया, बलिया। ईओडब्ल्यू लखनऊ पुलिस महानिदेशक आरके विश्वकर्मा द्वारा चलाये गये अभियान और पुलिस अधीक्षक, ईओडब्ल्यू वाराणसी के निर्देशन में निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने रविवार को बैरिया थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत गोपालपुर के तत्कालीन प्रधान चन्द्रकान्त तिवारी को उनके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया। निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि अभियुक्त के विरुद्ध थाना बैरिया पर मुकदमा अपराध संख्या 66 ए /2006 धारा 409, 420, 467, 468, 471, 477ए, 218, 201, 120 बी भादवि का अपराध पंजीकृत है।
गिरफ्तार तात्कालीन ग्राम प्रधान द्वारा सह अभियुक्तों से मिलकर वर्ष 2002 से 2005 के दौरान बैरिया ब्लॉक के ग्राम पंचायत गोपालपुर में ग्राम पंचायत अंश से विभिन्न परियोजनाओं में मिट्टी भराई, नाली निर्माण, खडंजा, पटरी मरम्मत, सम्पर्क मार्ग, सीसी और पुलिया निर्माण आदि कार्यो में अनियमितता और आपराधिक कृत्य किया जाना पाया गया। इनके द्वारा पेमेंट आर्डर, मस्टर रोल में कूटरचना कर मजदूरों के फर्जी हस्ताक्षर के साथ साथ मस्टर रोल में फर्जी मजदूरों के नाम पता अंकित करते हुए फर्जी निशानी अँगूठा बनाया जाना पाया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों को भ्रष्टाचार कोर्ट वाराणसी में पेश किया जायेगा। प्रकरण में शामिल अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है। ईओडब्लू के निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने जानकारी दिया है कि वर्ष 2002 और 2005 के मध्य केन्द्र सरकार और उत्तर प्रदेश शासन द्वारा सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना कार्यक्रम चलाया गया था। इस कार्यक्रम के तहत ग्रामीण परिवारों में अति निर्धन, गरीब बाल श्रमिकों के माता-पिता को रोजगार देकर खाद्यान्न और नकद धनराशि का भुगतान किया जाना था।
कार्यक्रम को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी जनपद के विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों और ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारियों को दी गई। लेकिन इनके द्वारा नियमों और मानको की अनदेखी करके योजना को असफल कर दिया गया। ग्राम पंचायत अंश से जुड़े इस प्रकरण में ईओडब्ल्यू वाराणसी ने अपनी जांच में जनपद के अधिकारियों, ब्लॉक स्तर के अधिकारियों के साथ साथ सेक्रेटरी, कोटेदार और ग्राम प्रधान को भी दोषी पाया है।
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