बलिया। शिक्षण एवं विद्यालयी व्यवस्था में आईसीटी के प्रयोग को बढ़ावा देने तथा नवीन तकनीकी विधाओं के प्रयोग द्वारा बच्चों के नामांकन, उपस्थिति एवं अधिगम सम्प्रिति को बढ़ाने के लिए प्रयासरत शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, उप्र लखनऊ द्वारा आयोजित 'आईसीटी पुरस्कार प्रतियोगिता' में प्रतिभागिता के लिए जनपद स्तर पर दो शिक्षकों का चयन हुआ है। इसमें शिक्षा क्षेत्र हनुमानगंज के प्राथमिक विद्यालय अलावलपुर की सहायक अध्यापक अंजली तोमर व शिक्षा क्षेत्र रसड़ा के कम्पोजिट विद्यालय रसूलपुर के सहायक अध्यापक दिव्यांशु शामिल है।
गौरतलब हो कि ज्ञान, संप्रेषण कौशल, निर्णय क्षमता प्राप्त करने की क्रिया में सूचना एवं संप्रेषण दोनों ही आवश्यक है और वर्तमान समय में इसका सबसे तीव्र संसाधन आईसीटी है। शिक्षा एवं कक्षा शिक्षण में गुणवत्ता संवर्धन तथा शैक्षिक प्रबंधन में आने वाली विभिन्न समस्याओं के समाधन के विशिष्ट साधनों के रूप में सूचना एवं संचार तकनीकी (आईसीटी) का प्रयोग शिक्षकों द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। शिक्षक आईसीटी के प्रयोग द्वारा विद्यार्थियों को सही एवं प्रमाणिक जानकारी प्रभावी ढंग से उपलब्ध करा रहे है।
शिक्षक बच्चों में समझ, अवलोकन, विश्लेषण आदि कौशलों का विकास कर रहे हैं। शिक्षण एवं विद्यालयी व्यवस्था में आईसीटी के प्रयोग को बढ़ावा देने तथा नवीन तकनीकी विधाओं के प्रयोग से बच्चों के नामांकन, उपस्थिति एवं अधिगम सम्प्रिति को बढ़ाने में जुटे शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद लखनऊ द्वारा प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं माध्यमिक के शिक्षकों के लिए आईसीटी पुरस्कार प्रतियोगिता राज्य स्तर पर होनी है। इसके लिए जनपद स्तर पर आईसीटी पुरस्कार प्रतियोगिता में प्रतिभागिता के लिए बलिया में 12 दिसम्बर को प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
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