रामगढ़, बलिया। बैरिया थाना क्षेत्र के गंगौली गांव निवासी राजू सिंह का 11 वर्षीय पुत्र सूरज सिंह अपने तीन भाइयों व मां के साथ ठोकर संख्या 27. 900 पर गंगा स्नान कर रहे थे। इसी बीच तीनों भाई डूबने लगे। यह देखते ही घाट पर अफरा-तफरी मच गयी। घाट पर मौजूद एक युवती व महिला ने दो भाईयों को किसी तरह बचा लिया, लेकिन तीसरा भाई सूरज गहरे पानी में समा गया। वहीं पर कपड़ा साफ कर रही मां गंगा घाट पर दहाड़ मार कर रोने लगी।
बता दें कि बैरिया थाना क्षेत्र के ग्राम सभा केहरपुर गांव के पुरवा गंगौली गांव निवासी राजू सिंह की पत्नी रिंकू देवी अपने बड़े पुत्र अमन कुमार (15), अतुल कुमार (13), सूरज कुमार (11) व छोटे भाई कृष्णा सिंह की पुत्री आरुषि (13) को लेकर सुबह गंगौली गांव के समीप बने ठोकर संख्या 27.900 के पास स्नान करने पहुंची थी। मां रिंकू देवी कपड़ा धो रही थी और तीनो भाई बगल में स्नान कर रहे थे। इसी बीच तीनो डूबने लगे। बगल में स्नान कर रही गंगौली गांव निवासी हरि शंकर शाह की पुत्री पूजा की नजर डूबते हुए लड़कों पर पड़ी तो वह बचाने के लिए आगे बढ़ी।
डूब रहे बच्चों ने तेजी के साथ उसे पकड़ने का प्रयास किया, जिससे पूजा का भी संतुलन बिगड़ने लगा। वहीं, नेमी मल्लाह की पत्नी ने किसी तरह पूजा के साथ मिलकर दो बच्चों को तो बचा लिया, लेकिन सूरज गहरे पानी में समा गया। उधर मां रिंकू देवी बच्चों को डूबते देख चिल्लाने लगी, लेकिन आंखों के सामने ही गंगा मां ने रिंकू देवी के कलेजे के टुकड़े सूरज को छीन लिया। मां रिंकू देवी रोते-रोते बेहोश हो गई। किसी तरह महिलाओं ने रिंकू देवी को घर पहुंचाया। अचानक हुई इस हृदय विदारक घटना से हर कोई स्तब्ध है।
सूरज के डूबने की सूचना जैसे ही घर पहुंची, कोहराम मच गया। ग्रामीण बड़ी संख्या में घाट पर पहुंच गये। ग्रामीणों ने इसकी सूचना बैरिया पुलिस के देने के साथ ही उच्च अधिकारियों को दी। सूचना पर रामगढ़ पुलिस चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंच गए। लेकिन घटना हलके से बाहर होने के कारण उन्होंने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। पुलिस की मौजूदगी में सूरज को खोजने का काफी प्रयास किया, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है।
सुरेश मिश्र/हरेराम यादव
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