दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
भरत जी आज शोकाकुल हैं चौदह वर्ष पूर्ण हो गए अभी भईया राम नहीं आए... तभी अचानक हनुमान जी शोक हरते हुए उनके कंधे पर हाथ रखकर राम के आने की सूचना दी। फिर क्या भरत जी ने शत्रुघ्न जी को जो आदेश दिया...
शत्रुघ्न ! नगर को सजवा दो
कल राम अवध आने वाले।
ऊबड़-खाबड़ सब पटवा दो
कल राम अवध आने वाले।।
कौशल्या मां को बतलाओ
और शीघ्र सुमित्रा मां सूचित।
सूचना जनकपुर तक जाए
कल राम अवध आने वाले।।
भूमि अभिसिंचित हो जल से
माटी से मधुर सुगन्ध उठे।
मावा लावा सब बिखरा दो
कल राम अवध आने वाले।।
पुष्पों के गुच्छे घनीभूत
हर घर पर वंदनवार सजे।
घंटा घड़ियाल बजे घनघन
कल राम अवध आने वाले।।
शत्रुघ्न ! नगर में देखो तो
कोई भी व्याधि ग्रसित है क्या ?
प्रभु धन्वंतरि हर लें विषाद
कल राम अवध आने वाले।।
हो नगर देवता का पूजन
चहुंओर चहूंदिशि शंखनाद।
लक्ष्मी-गणेश का आराधन
कल राम अवध आने वाले।।
घर-घर में दीप जले असंख्य
दीपों की तारावलियां हों
हो रात अमावस पूनम सी
कल राम अवध आने वाले।।
डॉ. मिथिलेश राय
बलिया, उत्तर प्रदेश
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