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बलिया : कुत्ता, बंदर और सियार ही नहीं, यहां इन जानवरों का भी है आतंक ; देखिए सरकारी आंकड़ा

बैरिया, बलिया। बैरिया तहसील क्षेत्र में हिंसक जानवरों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। यह हम नहीं, स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा बता रहा है। यहां पिछले एक महीने में विभिन्न गांव के 400 से अधिक लोगों को कुत्तों ने काट कर घायल कर दिया है। 120 लोग बंदर काटने से घायल हुए हैं, जबकि 80 लोगों को सियार ने काटा है। यही नहीं, बिल्ली, घोड़ा, घोड़ी, खच्चर भी 55 लोगों को काट कर घायल किये है। यह आंकड़ा वह है, जिनका टीका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पर लगा है।

उल्लेखनीय है कि धीरज गोड़ प्रकाश नगर, राजकुमारी देवी जयप्रकाश नगर, शुभम यादव सोनबरसा, नैतिक श्रीवास्तव गोपालपुर, पलक सिंह सिताब दियारा, विकेश केसरी लालगंज, शगुन दलन छपरा, रौनक सिंह प्रीतम छपरा, लव कुश चौधरी बाबू के डेरा सहित कुल 400 लोगों को पिछले एक महीने में आवारा कुत्तों ने काट कर घायल किया है। जिसमें 60 फिसदी घायल बच्चे हैं।जिनकी उम्र 15 साल से कम है। सोनबरसा अस्पताल के फार्मासिस्ट डॉ एन एन शुक्ला ने बताया कि यह तो उन घायलों की संख्या है, जिन्होंने अस्पताल में आकर एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाया है। इससे अधिक भी संख्या हो सकती है, काफी लोगो ने एंटी रेबीज का टीका प्राइवेट चिकित्सालयो व मेडिकल स्टोरों से खरीदकर लगवाया है। यह आंकड़े डरावने हैं। आवारा कुत्तों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। प्रशासन ऐसे कुत्तों के जनसंख्या के नियंत्रण के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। बच्चे कब आवारा कुत्तों के काटने से घायल हो जाएंगे। इस आशंका से हमेशा अभिभावक सशंकित रहते हैं। ग्रामीणों ने जरूरी कार्रवाई करने के लिए जिलाधिकारी से गुहार लगाया है। कहां है कि संबंधित पंचायतों व पशुपालन विभाग को निर्देशित किया जाए कि ऐसे आवारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण किया जाए, जो राह चलते बच्चों को काट कर घायल कर दे रहे हैं। बंदरों का आतंक क्षेत्र में अलग से है। बंदर रोज उत्पात मचाते हैं। पीड़ित लोग वन विभाग कार्यालय का चक्कर लगाकर थक गए हैं। ऐसे बंदरों को पकड़ने के लिए वन विभाग के पास कोई साधन नहीं है।

तीन दिन से रैबीज इंजेक्शन खत्म

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा में तीन दिनों से एंटी रेबीज इंजेक्शन समाप्त हो गया है। रोज दर्जनों लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल आ रहे हैं। वापस लौट जा रहे हैं। इस संदर्भ में बात करने पर अधीक्षक डॉक्टर आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिला मुख्यालय पर भी एंटी रेबीज उपलब्ध नहीं है। एक-दो दिन में जिला मुख्यालय पर एंटी रेबीज उपलब्ध हो जाएगा। वहां उपलब्ध होने के साथ ही सोनबरसा अस्पताल के लिए एंटी रैबीज इंजेक्शन मंगवा लिया जाएगा।


शिवदयाल पांडेय मनन

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