रेवती, बलिया। रेवती बाजार में उस समय असहज स्थिति उत्पन्न हो गयी, जब बाजार में प्रशिक्षण के नाम पर पैसा वसूल रहे तीन लोगों को व्यवसाइयों ने घेर लिया। सूचना मिलते ही नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अजय शंकर उर्फ कनक पाण्डेय मौके पर पहुंच गये। तीनों लोगों द्वारा व्यवसायियों से पैसा लेने के बाद बकायदा रसीद भी दिया गया था। अध्यक्ष प्रतिनिधि ने व्यवसायियों का पैसा वापस दिलाया। वहीं, मंगलवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी रेवती थाने पहुंच गये। व्यावसायियों द्वारा तीन नामजद के विरूद्ध दी गयी तहरीर के आधार पर पुलिस ने धारा 420, 506 के तहत मुकदमा पंजीकृत करते हुए जांच में जुट गयी।
व्यवासाईयों के साथ वसूली प्रकरण जंगल में लगी आग की तरह फ़ैल गयी। समाजसेवी राणा योगेन्द्र विक्रम सिंह माण्डलू भी मौके पर पहुंच गये। व्यवसायियों ने तीन व्यक्तियों को थाने पहुंचाया, जहां पूछताछ में अपना नाम हेमन्त मिश्रा निवासी बेलहरी, पवन तिवारी निवासी चकिया तथा अजय मिश्रा निवासी जगदेवां बताया।व्यवसायियों का आरोप है उक्त तीनों लोगों द्वारा अपने आप को खाद्य विभाग का बताकर व्यापारियों को प्रशिक्षण देने के नाम पर दर्जनों छोटे तथा बड़े दुकानदारों से क्रमशः पांच सौ पच्चीस तथा नौ सौ रूपये लेकर रसीद दी गयी। आरोप यह भी है कि उक्त लोगों द्वारा दुकानदारों को धमकाकर पैसा लिया गया।
यही नहीं, उक्त लोग जिस गाड़ी से आये, उस गाड़ी पर भारत सरकार लिखा हुआ है। गाड़ी में हूटर भी लगा रखा है। उधर हेमन्त मिश्रा का कहना है कि हमारे संस्थान बेंटोग्रीन स्कील प्राइवेट लिमिटेड को दुकानदारों को प्रशिक्षण देने के लिए अथराइजेशन है। हम लोग प्रशिक्षण देने के लिए इच्छुक दुकानदारों को सशुल्क रसीद दे रहे थे।सबसे बड़ी बात यह है कि जिस गाड़ी से उक्त लोग आये थे। उस गाड़ी को जब ई-चालान किया जाने लगा तो वह गाड़ी सरकारी दर्शा रही थी। गाड़ी किसी डायरेक्टर जनरल के नाम से नेट पर दर्शा रहा है। इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर सीओ बैरिया मोहम्मद उस्मान के साथ रेवती थाने पहुंचे एसडीएम बैरिया आत्रेय मिश्रा ने बताया कि उक्त लोगों के पास प्रशिक्षण देने का अथराइजेशन है।
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