बलिया। हल्दी थाना क्षेत्र के हुकुम छपरा काली मंदिर से करीब 100 मीटर पश्चिम राष्ट्रीय राजमार्ग 31 से सटे गंगा नदी के किनारे बुधवार को मिली युवती के लाश की पहचान अंशु (20) के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले में धारा 306, 201 आईपीसी पंजीकृत कर मृतका के माता-पिता को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय कर दिया। इन पर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर अंशु को आत्महत्या के लिए विवश करने का आरोप है।
थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतका का नाम अंशु है, जो हल्दी थाना क्षेत्र के ही रुद्रपुर गायघाट निवासी रामप्रवेश पटेल की पुत्री थी।पूछताछ में परिजनों ने बताया कि अंशु अपने बाबा हीरा पटेल के साथ रहती थी और कुछ दिनों से वह किसी लड़के के प्रेम जाल में फंस गई थी। वह फोन पर उस लड़के से बात किया करती थी। इसका पता चला तो परिजन अंशु पर दबाव बना कर लड़के के बारे में पूछने लगे।
मंगलवार को पिता रामप्रवेश भैंस चराने व मां रेखा देवी खेत में काम करने चली गयी तो अंशु अपनी मड़ई के बल्ली में अपने दुपट्टे से फांसी लगा ली।घर के लड़कों ने अंशु को फंदे पर झूलते देखा तो इसकी जानकारी घरवालों को दी। घरवालों ने उसे फंदे से उतार पर पुलिस की डर से गंगा किनारे फेक दिया। पुलिस मामले की पड़ताल करते हुए बुधवार की रात मृतका के घर पहुंची तो युवती की मौत का राज खुल गया। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उनि शिवमुर्ति तिवारी, कां. विनय प्रताप सिंह, शुभम तिवारी व महिला आरक्षी प्रियंका यादव शामिल रहीं।
एके भारद्वाज/हरेराम यादव
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