विधि व्यवसाय ऐसी वृत्ति है, जिसमें सफल होने के लिए यह शर्त है कि इस वृति को करने वाला समाज के विभिन्न मानव संबंधों का निर्वाह निजी स्तर पर करे और यह महारत बहुत कम लोग हासिल कर पाते हैं।
इसका प्रमाणित उदाहरण इंडिया इंटर नेशनल सेंटर में देखने को मिला, जहां ब्राह्मण समाज आफ इंडिया ने दिल्ली बार कौंसिल के चेयरमैन मुरारी तिवारी को ब्राह्मण गौरव अलंकरण समारोह का मुख्य अतिथि बनाकर उनका सम्मान किया।
सेवानिवृत जज केएन उपाध्याय की उपस्थिति में डॉ विश्वपति त्रिवेदी, प्रमुख उद्योगपति इंद्रदेव त्रिपाठी, सुभाष तिवारी, उत्तम तिवारी जैसे कई वक्ता जो विभिन्न क्षेत्रों में अपना बड़ा मुकाम हासिल किये हैं, अपने शब्दों मे मुरारी तिवारी की उपलब्धि, उनके सगुण और उनके व्यक्तित्व का जब बखान किये, तब उपस्थित समूह करतल ध्वनि से स्वागत ही नहीं, बल्कि एक आदर्श व्यक्तित्व को सामने से महसूस किया।
दिल्ली की पूर्वांचली जनमानस हो या विधि व्यवाय से जुड़े लोग अमूमन सभी का दावा होता है कि जी! मुरारी तिवारी जी से मेरा व्यतिगत संबंध है। और यह दावा ही मुरारी तिवारी को इस भीड़ से अलग पहचान देती है। हमारी अनंत शुभकामनायें श्री मुरारी तिवारी के साथ है।
भरत चतुर्वेदी, वरिष्ठ पत्रकार दिल्ली की फेसबुकवाल से
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